Sanand (Gujarat) : केंद्रीय आईटी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union IT and Railway Minister Ashwini Vaishnav) ने शनिवार को आईएएनएस को बताया कि वैश्विक चिप निर्माताओं ने भारत की क्षमता को महसूस किया है और अमेरिका स्थित माइक्रोन टेक्नोलॉजी ने यहां अपनी 22,500 करोड़ रुपये के संयंत्र के लिए आधार तैयार किया है, जो हमारी सेमीकंडक्टर यात्रा के लिए एक मानक स्थापित करेगा।
यह कहते हुए कि माइक्रोन के संयंत्र से पहली ‘मेक इन इंडिया’ चिप दिसंबर 2024 में आने की संभावना है, मंत्री ने कहा कि जिस गति से माइक्रोन ने साणंद परियोजना पर काम शुरू किया, वह बेहद सराहनीय है।
वैष्णव ने जोर देकर कहा, “यह संयंत्र भारत को सेमीकंडक्टर हब बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के लिए एक बड़ा मील का पत्थर स्थापित करता है – जिस तरह से देश ने मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा, रेलवे, विमानन और कई अन्य क्षेत्रों में प्रगति दिखाई है।”
मंत्री ने जोर देकर कहा कि साणंद में माइक्रोन संयंत्र देशभर में ऐसे बुनियादी उद्योग बनाने के लिए एक बुनियादी उद्योग के रूप में काम करेगा।
माइक्रोन की असेंबली, टेस्ट, मार्किंग और पैकेजिंग (एटीएमपी) साणंद जीआईडीसी-II औद्योगिक एस्टेट में 93 एकड़ में स्थापित की जा रही है और 18 महीने के भीतर चालू होने की उम्मीद है।
यह सुविधा वेफर्स को बॉल ग्रिड ऐरे (बीजीए) में बदलने पर ध्यान केंद्रित करेगी – एकीकृत सर्किट पैकेज, मेमोरी मॉड्यूल और सॉलिड-स्टेट ड्राइव।
मंत्री के अनुसार, सरकार को कुछ और सेमीकंडक्टर विनिर्माण प्रस्ताव भी प्राप्त हुए हैं और जल्द ही एक घोषणा की जाएगी।
वैष्णव ने आईएएनएस को बताया, “चिप्स आज हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग हैं। सेमीकंडक्टर विनिर्माण भी आईटी हार्डवेयर पीएलआई 2.0 को बहुत बड़े पैमाने पर मदद करने जा रहा है, क्योंकि इस पीएलआई में उन चिप्स के लिए विशेष प्रोत्साहन है जो भारत में निर्मित होते हैं।”
मंत्री ने कहा, पीएलआई हार्डवेयर 2.0 के तहत 45 से अधिक कंपनियों ने आवेदन जमा किए हैं और “उनमें से कई पहले से ही अपने संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं।”
उन्होंने कहा कि भारत में सेमीकंडक्टर्स की मांग अब तक लगभग 2 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर अगले कुछ वर्षों में 5 लाख करोड़ रुपये हो जाएगी।
वैष्णव ने यह भी कहा कि अगले छह महीनों में अहमदाबाद और साणंद के बीच एक हाई-स्पीड ट्रेन चलने लगेगी।
(साक्षात्कारकर्ता निशांत अरोड़ा से [email protected] पर संपर्क किया जा सकता है)