Bhagalpur: जहां एक तरफ पूरा देश दिवाली की जश्न मना रहा था। वहीं एक भाई ने अपनी ही बहन को गोली मार मौत के घाट उतार दिया। फिर खुद फरार हो गया। भागलपुर में 20 साल की शिवानी ने दूसरी जाति के लड़के से शादी कर ली थी। इसलिए उसके भाई ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
शिवानी राजपूत थी और प्रिंस तिवारी ब्राह्मण था। दोनों ने घर से भागकर 25 सितंबर को झारखंड के देवघर में जाकर शादी कर ली थी। लड़की के भाई को शिवानी का दूसरी जाति में शादी करना पसंद नहीं थी। वो शिवानी को सिंदूर लगाने से मना करता था। जब बहन नहीं मानी तो दिवाली पर मां से घर बुलवाया और गोली मारकर शिवानी की हत्या कर दी। घटना जिले के सजौर थाना क्षेत्र के चंद्रमा गांव की हैं।
शिवानी ऑनर किलिंग मामले में आरोपी भाई साहिल अब भी फरार है। जबकि घटना की साजिश रचने वाला चाचा अभय सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना में शामिल अन्य दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
शिवानी राजपूत जाति की थी, वही प्रिंस ब्राह्मण समाज से आता था। शिवानी का दूसरे समाज के लड़के से शादी करने का फैसला उसके परिजन को मंजूर नहीं था। जिसको लेकर शिवानी के परिजन उसकी शादी अपने ही बिरादरी में करवाना चाहते थे। ये बात शिवानी को मंजूर नहीं थीे। इसलिए शिवानी 20 सितंबर को कॉलेज जाने के बहाने अपने प्रेमी प्रिंस तिवारी के साथ भाग गई थी। जिसके बाद दोनों ने 25 सितंबर को देवघर में दोनों ने मंदिर में शादी कर ली। 5 अक्टूबर को पुलिस की मदद से सभी शिवानी को अपने साथ घर ले आए और पुलिस ने प्रिंस को हिदायत देकर छोड़ दिया। प्रिंस फिलहाल पटना में प्राइवेट नौकरी करता है।
घर आने के बाद भी शिवानी अपने पति प्रिंस के नाम का सिंदूर अपने माथे में लगाती थी। लेकिन भाई साहिल को ये पसंद नहीं था। इसके लिए दोनों के बीच पहले भी झगड़े हुए। साहिल बार बार सिंदूर लगाने से मना करता था, लेकिन शिवानी नहीं मानी। इसी गुस्से में दिवाली की रात साहिल ने अपनी बहन शिवानी के माथे में ही गोली मार दी।
इस मामले पर सीटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि अंतरजातीय विवाह के खिलाफ में भाई ने अपनी बहन को गोली मार दी। तीन अभियुक्त इस मामले में शामिल है। घटना की साजिश रचने वाला मृतका के चाचा को गिरफ्तार कर लिया गया है। भाई साहिल और एक चचेरा भाई अब भी फरार चल रहे है। जिसको पकड़ने के लिए हम लोग लगातार छापेमारी कर रहे है। वही सीटी एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि मृतका के पिता या कोई भी परिजन बयान दर्ज करवाने में हिचक रहा है। अगर कोई भी परिजन बयान दर्ज नहीं करवाता है तो ऐसी स्थिति में पुलिस अपने बयान के आधार पर FIR दर्ज करेगी।
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