spot_img

42 साल बाद ब्रिटिश पुलिस फिर से खोलेगी भारतीय मूल के लड़के की हत्या का मामला

ससेक्स पुलिस आठ साल के भारतीय मूल के एक लड़के के मामले की फिर से जांच करने के लिए तैयार है, जो 1981 में लंदन में रहस्यमय तरीके से गायब होने के महीनों बाद मृत पाया गया था।

London: ससेक्स पुलिस आठ साल के भारतीय मूल के एक लड़के के मामले की फिर से जांच करने के लिए तैयार है, जो 1981 में लंदन में रहस्यमय तरीके से गायब होने के महीनों बाद मृत पाया गया था। यह जानकारी मीडिया रिपोटरें में दी गई है। गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक विशाल मेहरोत्रा और उनका परिवार अपने घर पुटनी जा रहे थे, जब वह मध्य लंदन में प्रिंस चार्ल्स और राजकुमारी डायना की शादी की परेड देखने के बाद लापता हो गए।

सात महीने बाद फरवरी 1982 में वेस्ट ससेक्स के रोगेट में बच्चे के अवशेष मिले थे।

जांचकर्ताओं द्वारा 14 हजार से अधिक लोगों से पूछताछ करने के बावजूद उसकी हत्या के लिए किसी को दोषी नहीं ठहराया जा सका। 

विशाल के पिता विशंभर मेहरोत्रा ने मामले का खुलासा न कर पाने पर ससेक्स पुलिस की आलोचना की। पुलिस अधिकारियों ने 10 मई को उनसे मुलाकात की और उन्हें बताया कि जासूसों को मामले की जांच करने के लिए कह दिया गया है। 

गार्जियन के अनुसार, उन्होंने विशाल की हत्या और एक मामले मे दोषी ठहराए गए एक शख्स के कब्जे से पाए गए एक दस्तावेज के बीच संभावित लिंक को खोजने में विफल रहने के लिए माफी मांगी।

यह बीबीसी के एक पोडकास्ट के बाद आया है, इसमें हत्या और ‘विशाल’ शीर्षक वाले दस्तावेज के बीच एक संभावित लिंक सहित मामले के बारे में ताजा जानकारी सामने आई है।

यह दस्तावेज 1983 में निकोलस डगलस द्वारा लिखा गया था, जिसे बाल यौन अपराधों का दोषी ठहराया गया था। 

विशाल के अवशेष एक दलदल में लगभग दो फीट की गहराई में दफन पाए गए, जहां डगलस को बच्चों के साथ दुर्व्यवहार करने के लिए जाना जाता है।

यह 1990 के दशक से ससेक्स पुलिस के पास है। 

डीएस ससेक्स पुलिस के मार्क चैपमैन ने गार्जियन को बताया, हम मेहरोत्रा और विशाल के व्यापक परिवार के संकट को स्वीकार करते हैं और 1981 में विशाल के साथ जो हुआ उसका जवाब खोजने की उनकी आवश्यकता है। हम विशाल की दुखद मौत के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और विशाल और उनके परिवार को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 

विशाल के पिता ने इस बात पर संदेह व्यक्त किया कि जांच कितनी गहन होगी।

उन्होंने कहा, ठीक है, मैं बहुत खुश हूं, लेकिन मुझे संदेह भी है, क्योंकि मुझे यकीन नहीं है कि वे वास्तव में कितनी और कब जांच करने जा रहे हैं। (Input-IANS)

Leave a Reply

Hot Topics

Related Articles

Don`t copy text!