Firozabad (Uttar Pradesh News): फ़िरोज़ाबाद ज़िले के थाना नगला खंगर क्षेत्र अन्तर्गत दोस्त से बिछड़ने का गम सहन न कर पाने वाले जिस युवक ने शनिवार को अपने दोस्त की जलती चिता पर छलांग लगाई थी, उसने देर रात आगरा के एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। इस प्रकार दो दोस्तों की 30 साल की दोस्ती का अंत हो गया।
मामला नगला खंगर थाना क्षेत्र के मढ़ैया नादिया और गढ़िया पंचवटी गांव का है। यहां के रहने वाले अशोक और गौरव में गहरी मित्रता थी। उनकी यह दोस्ती 30 वर्षों से चला आ रही थी। दोनों दोस्त विभिन्न कार्यक्रमों में साथ में काम करने जाते थे। एक ढोलक तो दूसरा मजीरा बजाता था। दोनों के सुर किसी भी कार्यक्रम में शमां बांध देते। सब कुछ अच्छा चल रहा था। इसी बीच अशोक को कैंसर की बीमारी हो गई।
इससे वह काम पर कम जाने लगा। अशोक के बिना गौरव का भी मन न लगता। गौरव ज्यादातर समय अशोक के साथ बिताने लगा। वह उसे हिम्मत बंधाता। अक्सर कहता कि वह जल्द ही ठीक हो जाएगा। लेकिन, शायद नियती को कुछ और ही मंजूर था। शनिवार को अशोक जिंदगी की जंग हार गया और उसकी मौत हो गई। यह खबर जैसे ही गौरव को मिली और वह सदमे में चला गया।
दोस्त को आखिरी बार देखने यमुना घाट स्थित अन्त्येष्टि स्थल पहुंचा। वहां वह चिता के पास ही गुमशुम सा बैठा था। चिता जलने लगी तो ग्रामीण व परिवार के लोग धीरे-धीरे करके लौटने लगे। गौरव वहीं चिता के पास शांत बैठा था। शायद वह दोस्त की मौत को बर्दाश्त नहीं कर सका था। अचानक वह उठा और उसने चिता में छलांग लगा दी। वह जलती चिता में जिंदा ही लेट गया। लोगों ने देखा तो अफरातफरी मच गई।
लोग भागकर पहुंचे लेकिन आग की लपटें काफी तेज थीं। लोगों ने पास में पड़े अर्थी के बांस की मदद से गौरव को बाहर निकाला। तब तक वह बुरी तरह जल चुका था। ग्रामीण आनन-फानन में उसे सरकारी ट्रामा सेंटर की इमरजेंसी लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सक ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे हालत नाजुक होने पर आगरा रेफर कर दिया। आगरा में देर रात गौरव ने दम तोड़ दिया। इस प्रकार अपने जिगरी दोस्त अशोक के साथ वह भी इस दुनिया को अलविदा को कह गया। इन दोनों की दोस्ती लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।(HS)