Rajyog 2023, राजयोग, समसप्तक राजयोग : वैदिक ज्योतिष के अनुसार ग्रहों के परिवर्तन का मानव के जीवन पर खासा प्रभाव नजर आता है। वही ज्योतिष के दृष्टि से साल के अंतिम महीने दिसंबर कई राशियों के लिए बेहद खास होने वाले हैं। दिसंबर महीने में कई ग्रह राशि परिवर्तन कर रहे हैं। जिसके साथ ही शुभ राजयोग का भी निर्माण हो रहा है।
महत्वपूर्ण और लाभदायक राजयोग के निर्माण के साथ ही कई जातकों के जीवन में धन और वैभव की वृद्धि होगी। दरअसल साल के अंत में 25 दिसंबर को शुक्र ग्रह वृश्चिक राशि में प्रवेश कर रहे हैं। शुक्र की राशि परिवर्तन के साथ ही कई राशियों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव होंगे। वहीं दूसरी और गुरु भी मेष राशि में विराजमान है। ऐसे में गुरु और शुक्र के आमने-सामने होने से समसप्तक योग का निर्माण हो रहा है।
25 दिसंबर को इस राजयोग का निर्माण होने से नए साल 2024 तक कई राशियों के जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन होंगे। इसके साथ ही उनकी खुशियों में भी इजाफा होगा। उन्हें हर क्षेत्र में सफलता हासिल होगी।
कुंभ
सम सप्तक राजयोग का निर्माण होने से कुंभ राशि वाले को बेहद लाभ मिलेगा। कुंभ राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। इसके साथ ही आकस्मिक धन लाभ हो सकता है। पिता का सहयोग मिलेगा। हर क्षेत्र में सफलता हासिल करेंगे। इसके साथ ही नौकरी में पदोन्नति हो सकती है। बिजनेस के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। सुख साधनों में वृद्धि के भी संकेत मिल रहे हैं।
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए सम सप्तक राजयोग बेहद खास साबित होने वाला है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। पैसे की बचत रहेगी। परिवार में लंबे समय से चल रही समस्या का समाधान होगा। अविवाहितों को शादी के प्रस्ताव मिल सकते हैं। इसके साथ ही नई नौकरी मिलने के आसार नजर आ रहे हैं। 2024 में कई खास मौके मिल सकते हैं।
कन्या
कन्या राशि के लिए साल 2024 बेहद खास साबित होने वाला है। नौकरी और बिजनेस में अपार सफलता मिलेगी। मुनाफा मिल सकता है। संतान की तरक्की होगी। इसके साथ ही प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। लोगों को सफलता मिल सकती है। आय के नवीन स्रोत निर्मित होंगे। इसके साथ ही वैवाहिक जीवन में खुशियां बढ़ेगी। समसप्तक राजयोग के निर्माण होने से जीवन में कठिन परिस्थिति से निकलकर सफलता की सीढ़ियां चढ़ेंगे।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी ज्योतिष विद्या और सामान्य जानकारी पर आधारित है। N7 India न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी और नियम नीति के लिए अपने ज्योतिष आचार्य से संपर्क अवश्य करें।)