रांची।
झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल राजेन्द्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (रिम्स) के निदेशक गेस्ट हाउस में रहेंगे जबकि कैदी लालू प्रसाद रिम्स निदेशक के बंगले में।
रिम्स के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा कि स्थायी निदेशक के होते हुए वे खुद के सरकारी आवास में नहीं रह सकेंगे। उनका आवास एक उच्च स्तरीय कैदी को दिया गया है, जबकि उनके रहने की व्यवस्था रिम्स गेस्ट हाउस में की गई है। राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (RIMS) के नए डायरेक्टर डॉक्टर कामेश्वर प्रसाद 400 रुपए प्रतिदिन किराया देकर मोरहाबादी के स्टेट गेस्ट हाउस में रहेंगे। RIMS डायरेक्टर के लिए सरकार की ओर से कैंपस में ही सरकारी बंगला अलॉट है। क्योंकि लालू प्रसाद बंगले में रह रहे हैं और रिम्स निदेशक के लिए रहने की जगह नहीं है। इसलिए उनका गेस्ट हाउस में ठहरने का इंतजाम किया गया है।
रविवार को पद्मश्री डॉ कामेश्वर प्रसाद ने रिम्स निदेशक का प्रभार ग्रहण कर लिया है। डॉ कामेश्वर प्रसाद आज दोपहर दो बजे फ्लाइट से रांची पहुंचे और सीधा रिम्स पहुंचे। आज झारखंड स्थापना दिवस के मौके पर उन्होंने पदभार ग्रहण किया। डॉ मंजू गाड़ी ने उन्हें पदभार दिया। मौके पर फूल माला देकर उनका स्वागत किया गया। इस दौरान अधीक्षक डॉ विवेक कश्यप भी मौजूद रहे।
दरअसल, निदेशक आवास में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद रह रहे हैं। इस वजह से फिलहाल कुछ दिनों तक डॉ कामेश्वर प्रसाद गेस्ट हाउस में ही रहेंगे। राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (RIMS) के डायरेक्टर के लिए अलॉट केली बंगले में इन दिनों चारा घोटाले के सजायाफ्ता लालू यादव अनियंत्रित डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट की बीमारी, क्रॉनिक किडनी डिजीज (स्टेज थ्री) सहित अन्य बीमारियों का इलाज करा रहे हैं। लालू रिम्स के पेईंग वार्ड में रह रहे थे। कोरोना वायरस का संक्रमण को देखते हुए उन्हें रिम्स निदेशक के बंगले में शिफ्ट किया गया था।
बताते चलें कि पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित डॉ कामेश्वर प्रसाद लंबे समय तक एम्स नई दिल्ली में न्यूरोलॉजी विभाग के एचओडी के पद पर बने रहे। रिम्स में निदेशक पद पर नियुक्ति के बाद उन्हें एम्स से रिलीविंग लेटर नहीं मिल सका था। इस वजह से उन्होंने नियुक्ति के एक महीने बाद रिम्स ज्वाइन करने की बात कही थी। अब रिम्स में योगदान देने के बाद यहां उनके लिए काफी चुनौतियां होंगी।
हालाँकि, गेस्ट हाउस में सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी भी लगाई गई है ताकि नए निदेशक को कोई परेशानी ना रहे। अब सवाल ये बना हुआ है कि रिम्स निदेशक गेस्ट हाउस में कब तक रहेंगे या लालू प्रसाद रिम्स निदेशक के बंगले में कब तक रहेंगे।