■ उप विकास आयुक्त ने जे.एस.एल.पी.एस द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा में अधिकारियों को दिये आवश्यक निदेश
■ संबंधित विभागों से आपसी समन्वय स्थापित करते हुए संचालित योजनाओं की जानकारी जन-जन तक पहुंचाने का करें कार्यः-उप विकास आयुक्त
■ दीदी बाड़ी योजना के तहत् ग्रामीण महिलाअेां को सशक्त बनाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता
देवघर।
उप विकास आयुक्त संजय कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में जे.एस.एल.पी.एस के द्वारा किये जा रहें क्रियाकलापों और गतिविधियों की समीक्षा बैठक विकास भवन के सभागार में आयोजित की गयी।
इस दौरान उप विकास आयुक्त द्वारा जे.एस.एल.पी.एस द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया गया। साथ हीं संचालित सभी जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ लाभुकों को उपलब्ध कराने के उद्देश्य से संबंधित विभागों के अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कार्य करने का निदेश दिया, ताकि जिले के लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरूक कर सशक्त बनाया जा सके।
इसके अलावे बैठक के दौरान उप विकास आयुक्त ने मनरेगा के तहत क्रियान्वित दीदीबाड़ी योजना से संबंधित प्रगति प्रतिवेदन की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि भौगोलिक क्षेत्र और लाभार्थियों के चयन में पारदर्शिता बरतते हुए मानक मापदण्ड के अनुरूप कार्यों में तेजी लाने की बात कही।
साथ हीं उप विकास आयुक्त ने क्रमवार तरीके से सभी प्रखंडों में दीदीबाड़ी योजना के तहत निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति एवं कार्य की प्रगति को लेकर असंतोष व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित कर सरकार द्वारा निर्धारित सभी लक्ष्य को ससमय पूर्ण करने एंव मिशन मोड में कार्य करने का निर्देश दिया। इसके अलावे उन्होंने कड़े शब्दों में संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि जिन प्रखण्डों द्वारा तय समय पर लक्ष्य पूरा नहीं किया जाता है तो उन पर आवश्यक विभागीय कार्रवाई की जायेगी।
बैठक के दौरान जे.एस.एल.पी.एस के डीपीएम प्रकाश रंजन द्वारा जानकारी दी गयी कि ग्रामीण परिवारों के पोषण की आवश्यकता को पूर्ण करने हेतु मनरेगा एवं राज्य आजीविका मिशन के सहयोग से मनरेगा अंतर्गत दीदी बाड़ी योजना का क्रियान्वयन किया जाना है। इस योजना का लाभ झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को दिया जायेगा। यह योजना महिलाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए और कुपोषण की कमी को दुर करने के लिए शुरू की गई है।
इसके लिए योग्य लाभूकों का चयन करना है तथा पोषण के बारे जानकारी देना है। दीदी बाड़ी सखी का चयन एवं प्रशिक्षण एवं उसका सतत अनुश्रवण जेएसएलपीएस के द्वारा किया जाएगा। उन्होंने इस योजना का लाभ लेने संबंधी अर्हता की जानकारी दी। बताया कि इस योजना का उद्देश्य कुपोषण को मिटाना है। छोटे भू-भाग पर पोषण आहार के लिए दीदी बाड़ी योजना के तहत पपीता, केला आदि कई तरह के फल और हरी सब्जियां लगाई जाएंगी।
इसके अलावे बैठक में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का बचत खाता खोलने में हो रही परेशानियों को चिन्हित करते हुए प्रखंडवार एवं बैंकवार प्रतिवेदन जिला कार्यक्रम प्रबंधक को कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया गया जिससे इन समस्याओं का निराकरण जल्द से जल्द हो सके। इसके साथ ही जिला कार्यक्रम प्रबंधक को इस कार्य में तेजी लाने एवं अधिक से अधिक लाभुकों को योजना के तहत लाभान्वित करने का निर्देश दिया गया।
बैठक के दौरान उपरोक्त के अलावे परियोजना पदाधिकारी विशम्भर पटेल एवं विभिन्न प्रखण्डों के बीपीएम एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।