रांची।
मॉनसून सत्र के अंतिम दिन मंगलवार को झारखंड विधानसभा में जम कर हंगामा हुआ। भाजपा विधायक रणधीर सिंह के आचरण से नाराज होकर स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने उन्हें सदन से मार्शल आउट कराया।
मॉनसून सत्र के अंतिम दिन विधानसभा की कार्यवाही के दौरान भाजपा विधायक पांच बार वेल में गये और सरकार विरोधी नारे लगाये। साथ ही शिक्षकों की नियुक्ति निरस्त करने पर सरकार से जवाब मांगा। हंगामे की वजह से मंगलवार को भी प्रश्नकाल बाधित हुआ।
हंगामा बढ़ जाने पर स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने दिन के 11:30 बजे से 12:30 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी। दोबारा 12.32 बजे सदन की कार्रवाई शुरू हुई। जैसे ही स्पीकर ने ध्यानाकर्षण की सूचनाएं लेनी शुरू की। फिर से भाजपा विधायक वेल में आकर हंगामा करने लगे। इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
विधानसभा की कार्यवाही के दौरान स्पीकर रवींद्रनाथ महतो सदन को सुचारू ढंग से संचालित करने के लिए लगातार भाजपा विधायकों से अपनी सीट पर जाने का आग्रह कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जब आपके सवालों पर संसदीय कार्य मंत्री जवाब देने के लिए तैयार हैं, तो उनकी बात सुनी जाये। स्पीकर के आग्रह के बाद भाजपा विधायक अपनी सीट पर जाने लगे।
इसी बीच भाजपा विधायक रणधीर सिंह वेल से सत्ता पक्ष के एक विधायक को बैठने का इशारा कर रहे थे. इस पर स्पीकर ने नाराजगी जाहिर करते हुए भाजपा विधायक रणधीर सिंह को टोका. कहा ऐसा ही होगा? इसके जवाब में अपनी सीट पर जाते जाते हुए श्री सिंह ने कहा हां ऐसा ही होगा। इसके बाद स्पीकर नाराज हो गये। उन्होंने कहा सदन गुंडागर्दी की जगह नहीं है। इस शब्द का अर्थ आप समझ नहीं सके। उन्होंने तुरंत मार्शल को बुला कर रणधीर सिंह को सदन से आउट करने का निर्देश दिया। इसके बाद मार्शल रणधीर सिंह को सदन से बाहर ले गये। स्पीकर के आदेश से विधायक रणधीर सिंह पहली पाली में सदन की कार्रवाई से बाहर रहे। हालांकि वह दूसरी पाली में सदन पहुंचे़।
विधानसभा सत्र के आखिरी दिन भाजपा विधायक अमर बाउरी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार की ओर से दी जा रही नौकरी सरकार बचा नहीं पा रही है. सरकार ने हाइकोर्ट में मजबूती से पक्ष नहीं रखा। इसकी वजह से 18 हजार हाइस्कूल शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने का फैसला आया है।
भाजपा विधायकों ने फुदनीडीह, पिंडराजोड़ा एवं चौरा बिजली सब स्टेशन को शीघ्र चालू करने, वर्षों से काम कर रहे अनुबंध कर्मियों को नियमित करने की मांग की। साथ ही केंद्र सरकार की ओर से लाये गये कृषि बिल का समर्थन किया।
भाजपा के विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि सरकार 1932 के खतियान को लागू करने की बात करती है। वहीं पिछली सरकार के 1985 को आधार मानने को तैयार नहीं है. हाइकोर्ट के आदेश के बाद 10 हजार से लोगों की नौकरी जाना तय है।
इधर सदन की कार्यवाही खत्म होने पर भाजपा विधायक रणधीर सिंह ने कहा कि स्पीकर सबके है़ं पक्ष-विपक्ष दोनों को संरक्षण देना है़। मैं सदन में सरकार की विफलता को लेकर बोल रहा था़। आपराधिक घटनाओं को लेकर हमारा प्रदर्शन था़। हम सभी वेेल में थे़। लोकतंत्र में विरोध का हक सबको है़। लगता है कि स्पीकर सरकार की नाकामी पचा नहीं पा रहे है़ं । सरकार के खिलाफ हम सभी जब भी बोलना चाहते हैं, वह सुनने के लिए तैयार नहीं होते है। स्पीकर को सभी का ख्याल रखना चाहिए़।