गिरिडीह।
गिरिडीह के सरकारी भवन में अश्लीलता की सारी हदें लांघी गई। बार बालाएं जमकर थिरकीं और मौके पर नोटों की बारिश भी जमकर हुई।
यह दृश्य था रविवार रात नगर भवन का। असल में यहां जिला डेकोरेटर्स एसोसिएशन की ओर से संघ का 30वां वार्षिक महाअधिवेशन मनाया जा रहा था। दिनभर संगठन को सशक्त करने की बातें की गई। 101 गरीब बेटियों की शादी में निःशुल्क सेवा देने का निर्णय लिया गया। साथ ही लंबे चौड़े व्याख्यान दिए गए। लेकिन जैसे-जैसे शाम ढली वैसे-वैसे ही एसोसिएशन से जुड़े पदाधिकारियों और सदस्यों की नैतिकता जवाब दे गई। सुरूर उछाल मार गया और नगर भवन मयखाने में तब्दील होने लगा।
रात के अंधेरे में बार बालाओं के अश्लील मुद्राओं पर तमाम लोग अश्लीलता की तमाम हदें लांघते नजर आए। इस दौरान कई खासों आम चहरे नृत्यांगनाओं की अश्लीलता मुद्राओ पर थिरकते-बलखाते पैसे लुटाते दिख रहे थे। इस दृश्य ने पूरे शहर को शर्मसार कर दिया। अब सवाल सबसे बड़ा यह है कि रात भर सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर अश्लीलता और बेशर्मी परोसी गई। ऐसे में जिला प्रशासन कहां सोया हुआ था.
क्या प्रशासन को इस कार्यक्रम की भनक नहीं लग पाई,जबकि कार्यक्रम स्थल से नगर थाना महज कुछ ही दूरी पर है। खैर जो भी हो लेकिन सरकार और प्रशासन के जिम्मे में रहने वाला नगर भवन भी इस कार्यक्रम को देखकर निश्चित ही लज्जा और शर्म से पानी-पानी हो रहा होगा।