देवघर।
देवघर टावर चौक स्थित एतिहासिक भवन गांधी वाचनालय को कड़ी सुरक्षा के बीच खाली कराकर जिला प्रशासन द्वारा जेसीबी मशीन द्वारा तोड़ दिया गया. भवन जर्जर हालत में पहुंच चुका था. वहीं, इसी भवन में जिला कांग्रेस कार्यालय भी चल रहा था. ऐसे में एक ओर कांग्रेसियों द्वारा आपत्ति जतायी गयी. तो दूसरी ओर सांसद निशिकांत दुबे ने भवन पर कोंग्रेसियों का अवैध कब्ज़ा बताया। साथ ही कहा कि भवन टूट जाने से श्रद्धालु और आम राहगीरों को काफी राहत मिलेगी।
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गांधी वाचनालय ध्वस्त किये जाने पर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गोड्डा लोकसभा सांसद डॉ. निशिकांत दुबे पर भवन को तोड़वाये जाने का आरोप लगाया। इस बावत पूछे जाने पर दूरभाष के माध्यम से सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि गाँधी वाचनालय के नाम पर बच्चों को पढ़ने के लिए सालों पहले निगम द्वारा ज़मीन गयी थी. न की कांग्रेस कार्यालय के नाम पर. 50 साल से बिना किसी किराये या बिना किसी लीगल ऑथिरिटी के कांग्रेस द्वारा अवैध कब्ज़ा जमाया गया था. और भवन पूरी तरह जर्जर हो चूका था. कभी भी बड़ा हादसा हो सकता था. हाई कोर्ट द्वारा बनाई गयी कमिटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि भवन जर्जर है ऐसे में जर्जर भवन को बचा कर रखना और निगम की ज़मीन पर अवैध कब्ज़ा करना कहाँ का न्याय है. और प्रशासन ने हाई कोर्ट के आदेश पर भवन गिराया है, न की मेरे। इसलिए उनके सारे आरोप बेबुनियाद हैं.
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सांसद डाॅ. निशिकांत दूबे ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास से भी एक माह पहले कांग्रेस के सारे विधायक मिले थे और खुद कहा था की एक माह में भवन खाली कर देंगे। लेकिन अपना वादा खुद कांग्रेस निभा नहीं पायी, आखिरकार प्रशासन ने एक माह से ज़्यादा वक़्त के बाद भवन तोड़ने का काम किया है.
सांसद ने कहा कि भवन बीच रास्ते में था. ऐसे में इसके टूट जाने से श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि पुरे देश में जगह-जगह कोंग्रेसियों का अवैध कब्ज़ा है. जिससे मुक्ति जब होनी होगी तब होगी। लेकिन मेरा गोड्डा लोकसभा क्षेत्र कांग्रेस के अवैध कब्ज़े से मुक्त हो गया, इसकी सबसे बड़ी ख़ुशी है.