धनबाद:
धनबाद के मटकुरिया रेल कालोनी निवासी सह रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह को 22 मार्च 2018 को बैंकमोड़ ओजोन प्लाजा के सामने सरेशाम फायरिंग कर बुरी तरह जख्मी करने के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वारदात में शामिल तीन शूटरों को पिस्टल व जिन्दा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया गया है।
शूटरों को उपेंद्र सिंह के चचेरे भाई पिंटू सिंह ने सुपारी की रकम दी थी। एक लाख रुपये की तय सुपारी में शूटरों को सिर्फ पचास हजार रुपये ही दिए गए। हथियार की आपूर्ति कांड के नामजद अभियुक्त सह कुख्यात अपराधी राजेश चौहान ने की थी। तीनों शूटरों को दबोचने के बाद पुलिस अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
कब हुई थी गोलीबारी की घटना:
22 मार्च की शाम करीब पांच बजे उपेंद्र सिंह अल्टो कार में टेप रिकार्डर लगवा रहे थे। वे अल्टो कार के अंदर ही थे। तभी शूटरों ने उन पर हमला कर दिया। वाहन के अंदर ही उपेंद्र पर अंधाधुंध फायरिंग की गई। पांच गोलियां उपेंद्र के शरीर में लगी थी। गंभीर रूप से जख्मी उपेंद्र को पहले केंद्रीय अस्पताल ले जाया गया, इसके बाद बेहतर चिकित्सा के लिए दुर्गापुर मिशन अस्पताल में भर्ती कराया गया। गोली के कारण उपेंद्र की एक किडनी निकालनी पड़ी और आंत का भी कुछ हिस्सा काट शरीर से अलग करना पड़ा। लंबी चिकित्सा के बाद उपेंद्र फिलहाल ठीक है और अपने घर में है। वारदात को लेकर उपेंद्र की पत्नी रूमा सिंह के बयान पर बैंकमोड़ थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी। प्राथमिकी में प्रिंस खान, रितीक खान, राजेश चौहान और पिंटू सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया गया था।