Mumbai: मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त (former police commissioner of Mumbai) परमबीर सिंह (Parambir Singh) के कहने पर वसूली मामले में कुख्यात बदमाश छोटा शकील की आवाज में बिल्डर को रंगदारी वसूली के लिए धमकी दिलवाने का पर्दाफाश हुआ है। इसके लिए वीपीएन नामक साफ्टवेयर का उपयोग किया गया था। महाराष्ट्र की स्टेट क्राइम इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (CID) परमबीर सिंह के विरुद्ध इस संबंध में आरोप पत्र पेश करने वाली है। इससे परमबीर सिंह की मुसीबतें और बढ़ सकती हैं।
सीआईडी सूत्रों के अनुसार गोरेगांव के बिल्डर श्यामसुंदर अग्रवाल ने परमबीर सिंह, संजय पुनमिया और सुनील जैन सहित कई पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध रंगदारी वसूली का मामला मरीन ड्राइव पुलिस स्टेशन में दर्ज करवाया था। इस मामले में संजय पुनमिया, सुनील जैन, तत्कालीन पुलिस निरीक्षक नंदकुमार गोपाले, आशा कोरके को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले की जांच स्टेट सीआईडी कर रही है। सीआईडी ने मामले में साइबर पुलिस का स्टेटमेंट रिकार्ड किया है।
सीआईडी सूत्रों के अनुसार साइबर पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि परमबीर सिंह के कहने पर ही वीपीएन के माध्यम से कुख्यात बदमाश छोटा शकील की आवाज निकालकर श्यामसुंदर अग्रवाल को 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के लिए धमकी दी गई थी। जांच में पता चला है कि आरोपितों ने श्यामसुंदर अग्रवाल से इसके बाद रंगदारी वसूल किया था। इस तरह का बयान गिरफ्तार आरोपित दे चुके हैं। इसलिए साइबर पुलिस का बयान दर्ज होने के बाद सीआईडी कोर्ट में परमबीर सिंह के विरुद्ध आरोप पत्र पेश करने की तैयारी कर रही है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये रंगदारी वसूली का लक्ष्य देने का आरोप लगाया था। इसके बाद राज्य सरकार ने वसूली मामले की जांच के लिए चांदीवाल आयोग का गठन किया है। साथ ही मामले की जांच सीआईडी भी कर रही है।