Deoghar: गोड्डा लोकसभा में एक जून को मतदान होना है। चुनावी माहौल चरम पर है। जाहिर है चुनाव है तो मुद्दे भी कई होंगे। लेकिन, गोड्डा लोकसभा सीट अलग है यहां मुद्दा विकास, रोजगार और स्वास्थ्य- शिक्षा का नहीं बल्कि व्यक्तिगत है।
दरअसल, यहां मुद्दे में एक ही शब्द शामिल है अहंकार। विपक्ष के उम्मीदवार वर्तमान सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ एक ही शब्द का इस्तेमाल कर रहे कि वो अहंकार में डूबे हैं इसलिए इस बार गोड्डा लोकसभा सीट पर तख्ता पलटना है। जबकि इस आरोप का जवाब देते हुए निशाने पर लिए जा रहे सांसद निशिकांत दुबे कहते हैं कि जिसे विपक्ष अहंकार कहता है वो मेरा आत्मविश्वास है। आत्मविश्वास इस बात का है कि मैंने गोड्डा लोकसभा में हर छोड़ी बड़ी सुविधाऐं जो जनता के लिए जरूरी थी, लाकर दी है। इसलिए यहां की जनता ने निशिकांत दुबे को अपने दिलों में बसाकर रखा है। विपक्ष के पास गोड्डा लोकसभा सीट पर लड़ने के लिए कोई मुद्दा नहीं है।
बीजेपी उम्मीदवार निशिकांत दुबे कहते हैं कि विकास की बात करें तो गोड्डा लोकसभा में पिछले 15 सालों में सड़के बनीं, उन जगहों तक रेल पहुंचाया जहां के लोगों ने कभी ट्रेन देखा तक नहीं था। दर्जनों रेल गाड़ियों का परिचालन शुरू हुआ। घंटो की दूरी तय करने के बजाय यहां के लोग अब मिनटों में हवाई जहाज से महानगर तक पहुंच रहे। देवघर में एम्स स्वास्थ्य के क्षेत्र में वरदान साबित हो रहा। अडानी पावर प्लांट में सैंकड़ों रोजगार मिले हैं। सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क युवाओं को नया आयाम दे रहा। बायो डायवर्सिटी पार्क पर्यटक, शिक्षक व विद्यार्थी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा। इसके अलावा कई योजनाएं हैं जो मोदी जी के नीतियों के कारण धरातल पर उतर चुकी हैं जिसका लाभ
यहां की जनता उठा रही और करोड़ो की योजनाएं पाइपलाइन है।
अपने बेबाक अंदाज में निशिकांत दुबे कहते हैं कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा ही नहीं है इसलिए वो उलुल जुलूल बातें कर रहे। जनता सबकुछ जानती है। रिकॉर्ड मतों से मेरी जीत तय है और मुझे अहंकारी कहने वाले की जमानत जब्त होने जा रही है।