Ranchi: झारखंड के चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम) में (In Chaibasa (West Singhbhum) of Jharkhand) माओवादी नक्सलियों (maoist naxalites) ने मंगलवार को फिर एक ग्रामीण को मौत के घाट उतार डाला है। तीन दिनों में नक्सलियों ने तीसरी हत्या की है।
इसके पहले 14 अगस्त की रात नक्सलियों के हमले में दो पुलिसकर्मी भी शहीद हुए थे। इन घटनाओं से इलाके में भारी दहशत का माहौल है।
झारखंड पुलिस ने नक्सलियों की हिंसा को उनकी हताशा करार दिया है। पुलिस का दावा है कि पिछले पंद्रह दिनों में नक्सलियों के सबसे बड़े कैंप को ध्वस्त किया गया है। इससे उनके पांव उखड़ गए हैं और वे हताशा में निर्दोष ग्रामीणों को निशाना बना रहे हैं।
बताया गया कि नक्सली कमांडर मिसिर बेसरा के दस्ते ने मंगलवार को टोंटो थाना क्षेत्र के रेंगड़ाहातु गांव निवासी सुपाई मुंडा की हत्या कर दी। वह जड़ी-बूटी का काम करता था। पुलिस ने उसका शव बरामद कर लिया है।
एसपी आशुतोष शेखर ने कहा कि भाकपा माओवादियों के हेड क्वार्टर को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया है। इसी बौखलाहट में वे निरीह और कमजोर लोगों को निशाना बने रहे हैं।
बता दें कि इसके पहले नक्सलियों ने चाईबासा के गोइलकेरा थाना क्षेत्र अंतर्गत राजाबासा-लावाबेड़ा गांव में अर्जुन सुरीन नामक व्यक्ति की हत्या कर शव को पेड़ से लटका दिया।
रविवार को भी इसी थाना क्षेत्र के गितिलपी में रांदो सुरीन नामक व्यक्ति की हत्या गला रेतकर कर दी गई थी। उसका शव नक्सलियों ने सड़क पर फेंक दिया था। शव के पास उन्होंने पर्चे भी फेंके थे, जिसमें कहा गया था कि उसे पुलिस की मुखबिरी करने की वजह से सजा-ए-मौत दी गई है। (IANS)