Deoghar: साइबर ठगों ने देवघर के एक सर्जन एवं उसके रिश्तेदार से पांच लाख 47 हजार रूपये ठगी कर ली। इसे लेकर नगर थाना क्षेत्र के आशाराम राम केसान रोड निवासी डॉ अलोक कुमार सिन्हा ने साइबर थाना में मामला दर्ज कराया है।
शिकायत में कहा है कि 12 जून को उसके मोबाइल पर अज्ञात नंबर से एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने अपना नाम डॉ आरबी गुप्ता बताया और कहा कि वह कटीहार मेडिकल कॉलेज में प्राध्यापक के पद पर कार्यरत है। उसका नंबर हजारीबाग के शल्य चिकित्सक डॉ सतवीर सिंह से मिला है। कहा है कि कॉल करने वाले ने कहा कि कटीहार मेडिकल कॉलेज में यूजी एवं पीजी सीट बढ़ाने के लिये बहाली हो रही है। अगर कोई छात्र हो तो बताएं। उसने इसे लेकर सहमती जता दी। दुबारा शाम को मैसेज आया कि एक एनआरआई कोटे का सीट खाली है जो कि एक छात्र के पिता के आकास्मिक निधन होने पर खाली हुआ है। चुंकि वह छात्र बिना परीक्षा दिये सीट छोड़ चुका है। जिसका एनएमसी से एनओसी मिल चुका है। ठग द्वारा मेसेज के माध्यम से एनओसी की प्रति भी भेजा गया और कहा कि आपके ध्यान में कोई छात्र है तो बतायें।
चिकित्सक उसके झांसे में आकर दो दिन बाद अपने एक रिश्तेदार के पुत्री की नीट में सफलता के बारे में उसे बताया और रैंक ज्यादा रहने पर रिश्तेदार से उक्त व्यक्ति का नंबर शेयर कर दिया। कॉल करने वाले के द्वारा बकायदा कटिहार मेडिकल कॉलेज के स्टाम्प पेपर पर एनएमसी के पास एनओसी का आवेदन इमेल किया। उसके बाद उसके द्वारा डॉक्टर के रिश्तेदार से 4.5 लाख रूपये ट्रांसफर करा लिया गया। 16 जून को बीसीईसीई के दफ्तर में बायामेट्रीक के लिये बुलाया गया। लेकिन उससे पूर्व डॉक्टर से 97 हजार रूपये यह कह कर लिया कि प्रोसेसिंग चार्ज के लिये पूरा रूपया मांगा जा रहा है देर करेंगें तो स्थगित हो जायेगा।
चिकित्सक ने सारा रूपया इंडियन ऑर्वसिज बैंक के खाता से निफ्ट के माध्यम से 40 हजार और 57 हजार गूगल पे माध्यम से पे कर दिया। बाद में अहसास हुआ कि वो ठगी के शिकार हो गए हैं।
मामला दर्ज कर साइबर थाना पुलिस छानबीन में जुट गयी है।