Deoghar: जिले के जसीडीह रेलवे स्टेशन परिसर से चार दिन पूर्व अपहृत बच्चे की अबतक जानकारी पुलिस को नहीं मिल पाई है। हालांकि बच्चे की खोजबीन को लेकर पुलिस लगातार छानबीन कर रही है। डीएसआरपी साजिद जफ्फर और जसीडीह थाना प्रभारी जिशान अख़्तर गंगटी गांव में जांच पड़ताल की है। लेकिन, कोई भी जानकारी नहीं मिल पाई है।
जानकारी के अनुसार बीते तीन मई को नालंदा जिला के इस्लामपुर थाना निवासी कन्हैया साव अपने भाई पत्नी और दो बच्चों के साथ फतुहा स्टेशन पर साउथ बिहार एक्सप्रेस में सवार होकर जसीडीह स्टेशन पर उतरा था। काफी रात होने के कारण टिकट काउंटर संख्या चार के करीब परिवार के सभी सदस्य सो गया। सुबह करीब चार बजे जगने पर चार वर्षीय छोटा बेटा रौशन कुमार को गायब पाकर आसपास के क्षेत्रों में खोजबीन शुरू की। इस दौरान किसी प्रकार की जानकारी नहीं मिलने पर स्वजन ने अपहरण के घटना की लिखित शिकायत रेल थाना को दी गई थी ।
घटना को लेकर शुरुआत में पुलिस गुमशुदगी का मामला मानकर छानबीन में जुटी थी। पुलिस अपने स्तर पर आसपास के क्षेत्रों में खोजबीन की लेकिन किसी प्रकार की जानकारी नहीं मिलने पर पुलिस ने अपहरण का मामला मानकर छानबीन में जुटी है। लेकिन किसी प्रकार की सुराग नहीं मिल पाया है।
इधर, बच्चे के गायब होने के बाद से परिजन परेशान हैं और लगातार रेल पुलिस सहित अन्य थानों से संपर्क कर बच्चे की खोजबीन करने की गुहार लगा रहे हैं। साथ ही क्षेत्र में लगातार माइकिंग करा रहे हैं। रेल पुलिस ने जीआरपी में प्राथमिकी दर्ज कर जांच-पड़ताल कर रही है। इसके साथ ही जीआरपी बच्चे की खोजबीन के लिए आसपास के थाने व चाइल्डलाइन से संपर्क कर बच्चे का फोटो देकर खोजबीन करने में जुटी है।
गौरतलब है कि जसीडीह स्टेशन में सुरक्षा के मद्देनजर जगह-जगह करीब 16 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. इन कैमरों से स्टेशन में आने-जाने वाले असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जाती है। साथ ही स्टेशन परिसर पर आरपीएफ व जीआरपी पदाधिकारी व जवान तैनात रहते हैं। बावजूद हैरानी की बात है कि कोई बच्चा स्टेशन परिसर के टिकट काउंटर के पास से गायब हो जाता है और सीसीटीवी फुटेज में भी उसका पता तक नहीं चलता है।