Deoghar: देवघर जिले के कुंडा थाना के पास में स्थित “फेलेरिया” कोठी नाम से परिचित (प्लॉट संख्या 920/ खाता 111/3274) जमीन में हुए फर्जीवाड़े से न तो यहां के आला अधिकारी नावाकिफ हैं और न ही सूबे की सरकार बेखबर है। बल्कि इस फर्जीवाड़े का इल्म साल 2021 में ही जिले के आलाधिकारियों और हेमंत सरकार को हो गया था। बावजूद इसके साल 2023 की शुरुआत तक जमीन के टुकड़े-टुकड़े को बेच खाने की कामयाबी भू-माफियाओं को हासिल हुई और इन सबसे बेखबर रहे अपनी मेहनत की कमाई से जर्रा-जर्रा जोड़ जमीन के टुकड़े खरीदने वाले मासूम खरीददार।
साल 2021 के जनवरी माह में इसी जमीन पर गलत दस्तावेज के आधार पर रजिस्ट्री को लेकर एक शिकायतकर्ता की शिकायत पर जिले के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने उस वक़्त के सर्किल ऑफिसर और सब रजिस्ट्रार से तीन दिनों के अंदर स्पष्टीकरण भी मांगा था। साथ ही साल 2021 के जून माह में ही इसी फाइलेरिया कोठी की जमीन की एलपीसी को लेकर डीसी देवघर पर निशाना साधते हुए गोड्डा लोकसभा के सांसद निशिकांत दुबे ने भी ट्वीट कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सवाल भी किया था। बावजूद इसके फाइलेरिया कोठी की जमीन को बेचने की भू-माफियाओं के मंसूबे पर न तो सरकार लगाम कस पाई और न ही अधिकारी ने कोइ जोर चलाया।
अब सवाल ये है कि किस-किस ने फर्जीवाड़ा किया और कैसे …. तो अगली सीरीज में आप पढ़ेंगे कि इस जमीन के लिए कैसे एक शख्स का नाम, पता-पिता और हुलिया एक ही आधार नंबर पर बदल गया। किस तरह सरकार के रोक के बावजूद माफियाओं ने जमीन की रजिस्ट्री कौन-कौन से दस्तावेज के आधार पर ली। और इन सब फर्जीवाड़े के बीच जमीन खरीदने वाले अब सरकार से क्या मांग कर रहे हैं….. पढ़िए अगली सीरीज़ में ….