Deoghar: मंगलवार की देर रात को देवघर-दुमका मुख्य मार्ग पर स्थित बैजनाथपुर बाजार समिति के पास पुलिस ने क्षत-विक्षत एक 28 वर्षीय युवक का शव बरामद किया। मृतक का नाम राजेश वर्मा उर्फ चुन्नु था। वह नगर थाना क्षेत्र के राम मंदिर रोड कालीरखा का रहने वाला है। शव देखने से लग रहा था कि किसी भारी वाहन के चपेट में आने से उसकी मौत हुई है। दूसरे दिन बुधवार को परिजनो मामले की जांच की मांग को लेकर बैजनाथपुर बाजार समिति के पास घटनास्थल को बांस लगाकर एवं टायर जला कर दो घंटे तक जाम कर दिया। लोग आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज जांच करने की मांग की।
पुलिस ने घटना स्थल स्थित के प्रतिष्ठान में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की। जिसमें पता चला है कि रात के 11.20 के आसपास मृतक के साथ तीन-चार व्यक्ति सड़क पर ही मारपीट कर रहा। जाम स्थल पर सदर एसडीपीओ पवन कुमार, सर्किल इस्पेंक्टर संजय बर्मन, मोहनपुर सर्किल इंस्पेक्टर सतेन्द्र प्रसाद, नगर थाना प्रभारी केके कुशवाहा, कुुंडा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार, मोहनपुर थाना प्रभारी प्रेमप्रदीप, रिखिया थाना प्रभारी अभिनाश कुमार सदलबल पहुंचे। उसके बाद काफी समझाने बुझाने के बाद लोग जाम स्थल से हंटे।
भाई के बयान पर हत्या का मामला दर्ज
पुलिस को दिये बयान में मृतक के भाई रामकुमार ने कहा है कि मृतक भाई राजेश वर्मा उर्फ चुन्नु पिछले तीन महिने से अपने दोस्तों के साथ मिलकर जमीन खरीद-बिक्री का कार्य कर रहा था। जिसमें पियुष गुप्ता और शंकर राउत साकिन राम मंदिर रोड झोंसागढ़ी एवं अन्य तीन लोग शामिल थे। कहा है कि एक सप्ताह पूर्व उसके भाई ने बताया था कि 13000 वर्ग फीट जमीन सभी साथ लोग मिलकर बेच रहें हैं. जिसका रूपया मिलने वाला है। 17 तरीख को दिन के दो बजे मृतक घर से यह कह कर निकला था कि उसे पियुष और शंकर बुला रहा है। पियुष का बाइक करीब एक माह से वह अपने पास रखे हुए था। उसी बाइक से वह घर से निकला था। कहा कि उसके साथियों ने ही मिलकर उसकी हत्या कर दी और मामले पर पर्दा डालने के लिये सड़क दुघर्टना का रंग देने का कार्य किया है। इधर नगर पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पुछताछ करने में जुट गयी है।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच में जुटी पुलिस
घटनास्थल स्थित एक प्रतिष्ठान से पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिला है। जिसमें मृतक के साथ तीन-चार व्यक्ति सड़क पर मारपीट कर रहा है। पुलिस उक्त फुटेज के आधार पर मारपीट करने वाले बदमाशों की पहचान करने में जुट गयी है। मारपीट के दौरान भागने के चक्कर में वह वाहन की चपेट में नहीं आया या उसे वाहन के नीचे जानबुझकर धकेला गया है यह जांच का विषय है।