Deoghar: देवघर जिले के कुंडा थाना क्षेत्र के करनीबाग इलाके के रहने वाले राजीव रंजन सिन्हा गुगल पर ऑन लाइन जॉब के लिये सर्च कर रहा था। उसी क्रम में उसे एक नंबर से कॉल आया कि ऑन लाइन डाटा इंट्री का एक जॉब है। जिसे वह करने के लिये तैयार हो गया। उससे वाट्सएप और मेल पर डीएल, आईडी प्रूफ का पेपर साइन करके मांगा गया, जिसे उसने भेज दिया। उसके बाद राजीव ने एपॉयंटमेंट लेटर मांगा तो बोला गया कि वह मेल पर भेज दिया जायेगा।
बाद में, उसके मेल पर पेसिफिक टेक्नोलॉजी कंपनी से डाटा इंट्री करने का मेल आया। उससे कहा गया कि यदि डाटा ईंट्री के क्रम में सिस्टम हैंग करता है तो अपने से ठीक नहीं करना है। दोबारा कॉल करके बताना है। इसी बीच डाटा इंट्री करने के दौरान उसका स्स्टिम हैंग कर गया। उसने कॉल लगाया तो किसी ने रिसिव नहीं किया। उसके बाद उसने वह अपने से सिस्टम को खोलना चाहा। उसके बाद उसके मोबाइल पर कॉल आया और कहा गया ब्लॉक हुए सिस्टम को खोलने के लिये 7500 रूपये की मांग किया गया।
जब राजीव ने रूपये भेजने से इंकार कर दिया तो एक सप्ताह के बाद उसके मोबाइल पर वकिल बनकर एक व्यक्ति ने कॉल किया और कहा कि 65 हजार रूपये देना होगा नहीं तो मामला दर्ज किया जोयगा। उसके बाद उसके मोबाइल पर एक एफआइआर कॉपी भेज दिया गया जो फर्जी था। बाद में राजीव रंजन शिकायत देने साइबर थाना पहुंचा। साइबर पुलिस उसका आवेदन लेकर जांच में जुट गयी है।