गिरिडीह:
8 मई की रात को नक्सल प्रभावित पीरटांड़ के बांध में सड़क निर्माण कम्पनी के प्लांट में धावा बोलकर 10 वाहनों में आग लगाने की वारदात का गिरिडीह पुलिस ने उद्भेदन कर लिया है.
पुलिस इस मामले में करंदो निवासी जीतन मरांडी को गिरफ्तार करने में सफल रही है. जीतन मरांडी इस कांड का मास्टरमाईंड था. बताया जाता है कि जीतन मरांडी के घर से पिछले दिनों गिरिडीह पुलिस ने छापेमारी कर नकली शराब बनाने के फैक्ट्री का उदभेदन किया था.
गिरिडीह एसपी के मुताबिक जीतन ने इसी मामले में पुलिस से प्रतिशोध लेने के उद्देश्य से सड़क निर्माण कम्पनी के वाहनों में लगाने की साजिश तैयार की थी. जीतन ने अपने पुराने साथी बिरसेन, रणविजय, चंचल और गौरी समेत कई नक्सली के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था.
आपको बता दे कि जीतन मरांडी पर चिलकारी नरसंहार की घटना को अंजाम देने का आरोप था. इस घटना में पूर्वमुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के पुत्र अनूप मरांडी समेत कुल 19 लोगो की मौत हुयी थी. चिलकारी नरसंहार मामले में गिरिडीह कोर्ट ने जीतन को फांसी की सजा दी थी लेकिन झारखण्ड हाई कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में जीतन को बरी कर दिया था. गिरिडीह एसपी सुरेंद्र झा ने बताया कि शराब बरामदगी मामले में जीतन को रिमांड पर लिया जायेगा।