Dumka: संथाल परगना प्रक्षेत्र के डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने सोशल मीडिया में पंकज मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की खबर का खंडन किया है। डीआईजी रविवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
डीआईजी ने कहा कि सोशल मीडिया में यह खबर वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि ईडी की कार्रवाई की वजह से साहिबगंज पुलिस के द्वारा तथ्यों के प्रतिकूल पंकज मिश्रा के विरुद्ध दर्ज कांडों में कार्रवाई की जा रही है। इस खबर का खंडन करते हुए डीआईजी सुदर्शन प्रसाद मंडल ने कहा कि पुलिस हमेशा अनुसंधान के दौरान संकलित साक्ष्य एवं सारगर्भित तथ्यों के ठोस प्रमाण उपलब्ध होने के उपरांत कांड में अंतिम प्रपत्र या आरोप पत्र समर्पित करती है।
जहां तक पुलिस के संज्ञान में है कि ईडी की कार्रवाई कांड में आरोप पत्र समर्पित करने के उपरांत अभियुक्तों के विरुद्ध धन शोधन के उपलब्ध साक्ष्य के आलोक में पीएमएलए तक कार्यवाही करती है।
उन्होंने कहा कि जामताड़ा जिले में भी साइबर अपराध कर्मियों के विरुद्ध नारायणपुर थाना में पांच अभियुक्तों प्रदीप मंडल, संतोष मंडल, अंकुश मंडल, गणेश मंडल एवं पिंटू मंडल के विरुद्ध कांड में आरोप पत्र समर्पित किया गया है। कांड में उपरोक्त समर्पित आरोपित अभियुक्तों के विरुद्ध 24 जुलाई 2020 को धनशोधन के साक्ष्य पाए जाने पर अग्रतर कार्रवाई के लिए जामताड़ा जिला पुलिस के द्वारा ईडी को प्रस्ताव समर्पित किया गया था। वर्ष 2022 में ईडी द्वारा आरोप पत्र समर्पित किए जाने की सूचना प्राप्त है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में साहिबगंज जिला में मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के खिलाफ एक भी केस दर्ज नहीं है, जहां तक विजय हांसदा को जेल भेजे जाने का सवाल है, तो उन्होंने कहा कि विजय हांसदा के खिलाफ कुल 6 केस दर्ज है। इसमें चार बार आर्म्स एक्ट के मामले में वह जेल जा चुके हैं।