Ranchi: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief Minister Hemant Soren) को अवैध खनन और जबरन वसूली से संबंधित धन शोधन रोकथाम मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने आगे कहा, “हेमंत सोरेन को गुरुवार को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया है। उन्हें कल सुबह 11 बजे तक हमारे रांची कार्यालय में पेश होना होगा।”
ईडी ने हाल ही में रांची की विशेष अदालत में सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा और झारखंड के मुख्यमंत्री के करीबी कहे जाने वाले बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया था। ईडी ने झारखंड के पुलिस आयुक्त को भी पत्र लिखकर पूछताछ से पहले सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने को कहा है।
इससे पहले ईडी ने पंकज मिश्रा, बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार किया था। आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। चार्जशीट पर कोर्ट पहले ही संज्ञान ले चुकी है। ईडी ने मिश्रा और अन्य के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत बरहरवा पुलिस स्टेशन, साहेबगंज जिला, झारखंड द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की।
बाद में, आईपीसी, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, शस्त्र अधिनियम के तहत अवैध खनन के संबंध में कई प्राथमिकी भी दर्ज की गई हैं।
अब तक, ईडी ने इस मामले में अवैध खनन से संबंधित अपराध की 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की आय की पहचान की है। पीएमएलए की जांच से पता चला है कि मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि होने के नाते राजनीतिक दबदबे वाले मिश्रा अपने सहयोगियों के माध्यम से साहेबगंज और उसके आसपास के इलाकों में अवैध खनन कारोबार के साथ-साथ अंतदेर्शीय नौका सेवाओं को नियंत्रित करते हैं।
ईडी ने आगे बताया, “वह साहेबगंज में विभिन्न खनन स्थलों पर स्थापित स्टोन चिप्स और बोल्डर के खनन के साथ-साथ कई क्रशरों की स्थापना और संचालन पर काफी नियंत्रण रखता है। मिश्रा द्वारा अर्जित 42 करोड़ रुपये की अपराध की आय की अब तक पहचान की जा चुकी है।” आगे की जांच जारी है।