Ranchi: झारखंड के लोहरदगा में पुलिस जवानों की हवस और दरिंदगी की शिकार 50 वर्षीय महिला जिंदगी-मौत से जूझ रही है। उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए लोहरदगा सदर हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने रिम्स रांची रेफर कर दिया। यहां पुलिस की सुरक्षा में रिम्स में उनका इलाज चल रहा है। दूसरी तरफ दरिंदगी के आरोपी पुलिस जवानों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इस लोहरदगा के लोग गुस्से में हैं। गुरुवार को बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने लोहरदगा सदर हॉस्पिटल पहुंचकर आक्रोश जताया और आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग की। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी इस वारदात की कड़ी भर्त्सना की है।
बता दें कि यह वारदात लोहरदगा के सेरेंगदाग थाना अंतर्गत मंगलवार को हुई। महिला खेत में घास काटने गई थी, तब नशे में धुत दो लोगों ने उन्हें हवस का शिकार बनाया। इतना ही नहीं, उन्होंने महिला के नाजुक अंगों पर किसी धारदार चीज से प्रहार भी किया। लहूलुहान महिला के पुत्र ने उन्हें उसी रात बेहद गंभीर हालत में इलाज के लिए लोहरदगा सदर अस्पताल में दाखिल कराया।
पीड़िता का कहना है कि दोनों आरोपी सेरेंगदाग स्थित पुलिस पिकेट के जवान हैं। स्थानीय पुलिस ने महिला का बयान भी दर्ज किया है, लेकिन किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। जिले के महिला थाने में केस नं 32/22, आईपीसी की धारा 376 डी, 341, 342, 323 के तहत पुलिस के दो अज्ञात जवानों पर एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की पहचान होते ही उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। डीएसपी परमेश्वर प्रसाद ने कहा है कि जरूरत पड़ी तो शिनाख्त परेड करवाकर उनकी पहचान करायी जायेगी। उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में आरोपियों के खिलाफ नरमी नहीं बरती जायेगी।
झारखंड विधानसभा में भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जिनपर सुरक्षा की जिम्मेदारी है, उनपर ऐसे आरोप लगें तो यह गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि दोषी चाहे जो भी हो, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाये।
स्थानीय मुखिया (ग्राम प्रधान) कमला देवी ने कहा है कि जिस पुलिस पर आम लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी है, उसी पर इस तरह के आरोप लगना बेहद गंभीर बात है। पेशरार प्रखंड की प्रमुख सीता देवी ने आरोपियों की तत्काल पहचान कर उनके खिलाफ अविलंब कार्रवाई की मांग की है।(IANS)