Deoghar: चाईबासा के वन अधिकारी IFS अंशुमन राजहंस फिलहाल दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में हैं लेकिन, उनका पूरा परिवार अंशुमन पर लगे आरोप से सदमे में हैं। देवघर के रहने वाले अंशुमन राजहंस एक शिक्षित और प्रतिष्ठित परिवार से आते हैं। जिनकी माँ शिक्षिका, पिता सहायक अभियंता हैं, स्वर्गीय दादा भी रह चुके और नाना प्राचार्य थे। IFS अंशुमन पर संगीन आरोप है। आरोप एक युवती को अपने झांसे में लेकर उससे जिस्मानी रिश्ता कायम करने का।
इंजीनियर युवती को शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने और केस दर्ज होने के बाद फरार चल रहे 2020 बैच के भारतीय वन सेवा के अधिकारी अंशुमन राजहंस को दिल्ली पुलिस ने बंगाल के सियालदह से गिरफ्तार किया है। अंशुमन कुमार पर आरोप है कि, 2017 में यूपीएससी की तैयारी के दौरान ठाणे की रहने वाली एक इंजीनियर युवती जो दिल्ली के राजेन्द्र नगर में ही यूपीएससी की तैयारी करने आई थी, से नजदीकी बढ़ाई और शादी का झांसा देकर जिस्मानी रिश्ता कायम किया। अंशुमन राजहंस देवघर के रहने वाले हैं और फिलहाल बतौर वन अधिकारी चाईबासा में पोस्टेड है। हालाँकि अंशुमन ने अभी चाईबासा में योगदान नहीं दिया है।
अंशुमन राजहंस के बारे में बताया जाता है कि, बचपन से ही उसकी तमन्ना सिविल सेवा में जाने की थी। उसने 10वीं की पढ़ाई बिहार के बौसी स्थित एसकेपी विद्या विहार से 92.1फीसदी अंक के साथ की और इंटर बांका के अद्वेत मिशन से। इंटर में अंशुमन ने 89.06 फीसदी अंक हासिल किए थे। सिविल सेवा की तैयारी करने से पहले अंशुमन राजहंस ने दिल्ली IIT से साल 2011-15 में फिज़िक्स इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। जिसके बाद से वह सिविल सेवा की तैयारियों में जुट गया। लेकिन, अपनी तरफ से तमाम प्रयास के बावजूद सफलता नहीं मिली लेकिन, साल 2018 में अंशुमन राजहंस ने एक साथ तीन परीक्षाएं पास की जिनमे यूपीएससी सिविल सर्विसेज, IFS , और इंडियन रेलवे ट्रैफिक सर्विस शामिल थी। सिविल सर्विस में अंशुमन राजहंस को 365 और भारतीय वन सेवा में 11वीं रैंक मिली थी।
अंशुमन की मां साधना झा सरकारी स्कूल में शिक्षिका हैं तो, पिता रिटायर्ड सहायक अभियंता है। अंशुमन के दादा स्व बिमल चंद्र राजहंस मोहनपुर स्थित हाइस्कूल में संस्कृत विषय के शिक्षक थे और नाना गोपालनंद झा देवघर कॉलेज में प्राचार्य के पद पर कार्यरत थे।
15 मई को पीड़िता ने दर्ज कराई थी शिकायत
भारतीय वन सेवा के अधिकारी अंशुमन राजहंस के खिलाफ दिल्ली के राजेन्द्र नगर थाना में शिकायत दर्ज कराते हुए पीड़ित ने बतलाया है कि, साल 2017 के दौरान वह यूपीएससी की तैयारी करने राजेन्द्र नगर आई थी जहां अंशुमन से पहचान हुई। युवती ठाणे की रहने वाली है। इस दौरान अंशुमन ने शादी का झांसा देकर शारीरिक सम्बन्ध बनाये और साल 2018 में IRTS में चयनित होने का बाद जब शादी के लिए कहा तो, अच्छी रैंक का हवाला देकर बात को टाल गया। उसके बाद साल 2020 में अंशुमन आईएफएस के लिए चयनित हुए, पीड़िता के मुताबिक, उस वक्त अंशुमन ने मंदिर में जाकर शादी तो की लेकिन, तस्वीर नहीं लेने दिया गया और बाद में अंशुमन शादी से मुकर गया। जिसके बाद पीड़िता अपनी शिकायत लेकर राजेन्द्र नगर थाना पहुंची और दुष्कर्म का केस दर्ज कराया।