Ranchi: झारखंड में लगातार मौसम का उतार-चढ़ाव जारी है। झारखंड में मॉनसून ने दस्तक दे दी है। रांची मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि अरेबियन सी और बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवाएं अगर आते रहेगी तो मानसून अच्छा रहेगा। पर अभी सिर्फ अरेबियन सी से ही हवाएं आ रही है। अरेबियन सी की हवाएं झारखंड तक नहीं पहुंच पा रही, इसलिए यहां बारिश नहीं हो रही है।
हालांकि, उन्होंने गुरुवार को राज्य में कहीं-कहीं गर्जन या वज्रपात की संभावना जतायी है। वहीं, राज्य के उत्तरी भाग और निकटवर्ती मध्य भाग में कहीं-कहीं भारी बारिश की संभावना है। इसके अलावा एक और दो जुलाई को राज्य में करीब सभी स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है। इस दौरान कहीं-कहीं वज्रपात होने की संभावना जतायी गयी है।
तीन और चार जुलाई को भी बारिश की संभावना
मौसम केंद्र ने आगामी तीन जुलाई को बारिश की संभावना जतायी है। इसके मुताबिक राज्य में कई स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश की प्रबल संभावना है। वहीं चार और पांच जुलाई को राज्य में लगभग सभी स्थानों पर हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने जताया है।
मौसम विभाग की लोगों से अपील
तेज हवा और वज्रपात की संभावना को देखते हुए मौसम केंद्र ने लोगों से सतर्क और सावधान रहने की अपील की है। बारिश और वज्रपात होने की स्थिति में लोग पेड़ की नीचे न रहें। साथ ही बिजली के खंभों से भी दूर रहें। लोग सुरक्षित स्थान में शरण ले। वहीं, किसान अपने खेतों में ना जाएं।
इस साल अभी तक बीते पांच वर्षों की तुलना में कम बारिश हुई है। मौसम विभाग की मानें तो पिछले चार-पांच दिनों से बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी वाली हवाओं का आना बंद हो गया है। इससे झारखंड में बारिश नहीं हो रही है। बारिश नहीं होने की वजह से किसान मायूस दिख रहे हैं। उन्हें डर सता रहा है कि कहीं मानसून दगा दे गया तो इस साल उनकी फसल मार खा जायेगी। हालांकि बुधवार शाम से नमी वाली हवाओं का आना शुरू हो गया है, जिससे राजधानी रांची समेत राज्य के कई हिस्सों में मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। इस बार मानसून की बारिश सामान्य से 44 फीसदी कम हुई है।