Deoghar: झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन (Chief Justice of Jharkhand High Court Dr. Ravi Ranjan) ने मधुपुर व्यवहार न्यायालय परिसर (Madhupur Behavioral Court) में एडीजे और सब जज कोर्ट (ADJ and Sub Judge Court) का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर व फीता काटकर किया। इस मौके पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया।
उद्घाटन समारोह में झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन ने कहा कि कुछ महीने पहले मधुपुर अधिवक्ता संघ (Madhupur Advocates Association) के प्रतिनिधिमंडल आकर मिले थे। उन लोगों ने अपने संघर्ष की कथा सुनाई थी। इनकी मांग थी मधुपुर में सेशन कोर्ट खुलना चाहिए। इस पर कहा कि मैं वादा तो नहीं कर कर सकता लेकिन कोशिश जरूर करूंगा। क्योंकि वादा तो टूट जाता है, कोशिश कामयाब होती। कई वर्षों की तपस्या और संघर्ष और इंतजार के बाद मधुपुर मंडल में सेशन कोर्ट की शुरू होने जा रहा है।
चीफ जस्टिस ने कहा कि झारखंड राज्य के न्यायपालिका का मुखिया होने के नाते यहां की न्याय व्यवस्था को समृद्ध , सुदृढ़ बनाना प्रतिबद्धता और कर्तव्य भी है। उन्होंने कहा कि न्याय एक ऐसा बंधन है, समाज में रहने वाले सभी व्यक्तियों को एक व्यवस्था में बांधती है। न्याय स्पष्ट रूप से समाज में रहने वाले मानव के ज्ञान से संबंधित है। सभी लोगों को समानता का हिस्सा देना, न्याय का मूल आधार है। हर व्यक्ति को समान रूप से राजनीतिक, सामाजिक आर्थिक रूप से न्याय मिले, यह संविधान का संकल्प है।
आज का दिन मधुपुर के लिए ऐतिहासिक
झारखंड उच्च न्यायालय के प्रशासनिक न्यायाधीश एस चंद्रशेखर ने कहा कि आज का दिन मधुपुर के लिए ऐतिहासिक दिन है। झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन के द्वारा मधुपुर में कोर्ट का उद्घाटन आने वाले सदियों में इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा। न्याय घर-घर द्वार-द्वार जो संकल्प हमारे मुख्य न्यायाधीश ने लिया है यह इसी संकल्प की एक कड़ी है। आज मधुपुर के लिए अद्भुत दिवस है।
इस अवसर पर जिला प्रधान सत्र न्यायाधीश दिवाकर कुमार पाण्डेय, देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री, एसपी सुभाष चंद्र जाट व कई गणमान्य मौजूद थे।