Garhwa: राज्य के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजुल हसन (State Minority Welfare Minister Hafizul Hassan) के बयान के खिलाफ एक और शिकायत गढ़वा थाने में दर्ज कराई गई है। इसमें मंत्री पर धार्मिक उन्माद बढ़ाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की गई है।
गढ़वा में भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष उमेश कश्यप की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया गया है। इसके लिए शुक्रवार की रात भाजपा जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश केसरी, जवाहर पासवान समेत अन्य भाजपा नेता थाने पहुंचे थे। आवेदन में उमेश कश्यप ने लिखा है कि मंत्री हफीजुल हसन का बयान देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाला बयान है। उन्होंने ऐसा बयान देकर धार्मिक उन्माद बढ़ाने का काम किया है।
साथ ही कहा कि मंत्री के इस बयान से मेरी धार्मिक भावना आहत हुई है। इस बयान से समाज में घृणा फैलाने एवं एक वर्ग विशेष को उकसाने का मामला बनता है, जिसको लेकर प्राथमिकी दर्ज करते हुए कार्रवाई करना आवश्यक है। उन्होंने थाना प्रभारी से प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।
दरअसल मंत्री ने मीडिया की ओर से दंगों को लेकर पूछे गए बयान में कहा था कि अगर हमारे 20 घर बंद होंगे तो आपके 70 घर बंद होंगे। इस बयान को लेकर मुख्य विपक्षी दल भाजपा हमलावर है। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस मामले में मंत्री के खिलाफ सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहा है।
भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष उमेश कश्यप ने मंत्री पर प्राथमिकी दर्ज कराने को ले थाने में आवेदन दिया गया है। अभी इसकी जांच की जा रही है। मंत्री हफीजुल हसन के बयान के खिलाफ अधिवक्ता देवेंद्र सिंह ने जमशेदपुर के साकची थाना में भी एफआईआर दर्ज कराया है।