Ranchi: राजस्थान के दौसा में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ अर्चना के सुसाइड की घटना पर आंदोलित झारखंड के डॉक्टर 2 अप्रैल को हड़ताल पर रहेंगे। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की झारखंड इकाई और झारखंड स्टेट हेल्थ सर्विस एसोसिएशन ने एलान किया है कि शनिवार को राज्य के किसी भी सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल में डॉक्टर मरीजों को नहीं देखेंगे। हड़ताल के दौरान अस्पतालों में सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध होंगी। ओपीडी एवं अन्य सेवाएं पूरी तरह बंद रखी जायेंगी।
आईएमए की झारखंड इकाई ने कहा है कि जिन परिस्थितियों में डॉ अर्चना ने सुसाइड किया, उससे साफ है कि चिकित्सकों के प्रति सरकारी तंत्र का रवैया बेहद अफसोस जनक है। डॉ अर्चना मूल रूप से रांची की रहने वाली थीं। वह रिम्स की गोल्ड मेडलिस्ट रही हैं। उनके साथ दौसा के पुलिस-प्रशासन ने जिस तरह का सलूक किया, उससे रांची का चिकित्सा जगत आहत है। आंदोलित डॉक्टरों ने झारखंड सहित पूरे राज्य में मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने और चिकित्सकों को समुचित संरक्षण देने की मांग की है। इस मांग को लेकर शुक्रवार शाम रांची के डॉक्टर जुलूस भी निकालेंगे। यह जुलूस आईएमए भवन से शुरू होकर एसएसपी कार्यालय तक जायेगा।
सनद रहे कि दौसा में अपने पति के साथ मिलकर अस्पताल चलाने वाली डॉ अर्चना शर्मा ने एक प्रसूता की मौत के बाद हंगामे और पुलिस की कार्रवाई से आहत होकर बुधवार को आत्महत्या कर ली थी।
इधर रिम्स के जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जेडीए) ने इस घटना की कड़ी निंदा की। एसोसिएशन ने मांग की है कि राज्य सरकार डॉ अर्चना और उनके पति पर दर्ज प्राथमिकी तत्काल वापस ले और पूरी घटना की उचित जांच जाये। इससे पहले गुरुवार को रिम्स परिसर में विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें जेडीए, रिम्स के सीनियर डॉक्टर्स, आइएमए, झासा के सदस्य भी शामिल हुए थे।