Doghar: मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन गयी देवघर जिले की बेटी सुप्रिया रंजन सकुशल अपने घर लौट आई है। सुप्रिया रंजन के घर लौटने से जहां परिवार में ख़ुशी का माहौल है वही सुप्रिया बार-बार भावुक हो जा रही हैं। यूक्रेन में देख तबाही के मंजर को वो भूलने की कोशिश कर रहीं।
जसीडीह डाबरग्राम की रहने वाली सुप्रिया रंजन गुरुवार को युक्रेन से अपने घर लौटी। सुप्रिया ने बताया कि युक्रेन सरकार की ओर से पहले तो युद्ध के बारे मे किसी तरह की जानकारी नहीं दी गई। वहीं, जब स्टूडेंट्स की ओर से छुट्टी मांगी गयी तो संस्थान से हटा दिया जाने की बात कहने पर वहां विद्यार्थीयो को रूकना पड़ा। इसी बीच अचानक युद्ध छिड़ गया तो यूनिवर्सिटी ने हॉस्टल खाली कर बंकर में जाने को कहा। संस्थान की ओर कहा गया कि सभी बंकर में छुपे रहें जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी। लेकिन हालात हर दिन भयावह होते चले गए जिससे हम सभी डरे सहमे थे।
सुप्रिया ने बताया कि बम विस्फोट की आवाज सुनकर आंखो की नींद चली गई थी। हर वक़्त बस बाबा बैद्यनाथ से प्रार्थना करते रहते थे। छात्रा ने बताया कि भारत सरकार की ओर से पहल किए जाने पर निजी वाहन को किराए पर लिया पर 17 घंटो तक सफर करने के बाद रोमानिया पहुंचे। यहां रूस और युक्रेन की आर्मी ने काफी मदद की। लेकिन स्थानीय यूक्रेनियन कोई मदद नहीं कर रहे थे। रोमानिया से किसी तरह स्लोवाकिया पहुंची तो यहां पर भारतीय एम्बेसी के अधिकारी ने खाने-पीने व ठंड से बचने के लिए सामान उपलब्ध कराया। वहां से इंडियन एयरलाइंस के माध्यम से दिल्ली पहुंचाया गया।
छात्रा ने कहा कि बाबा बैद्यनाथ की अनुकंपा से ही हम सभी की जान बच पायी है। वहीं, सुप्रिया रंजन के घर लौटने की जानकारी देवघर जिला प्रशासन को मिलने पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी शशांक शेखर मुलाकात करने पहुंचे।