Ranchi: झारखंड के तीन अलग-अलग जिलों से मंगलवार को तीन महिलाओं के शव पुलिस ने बरामद किए है। इनमें साहिबगंज, पलामू और जामताड़ा शामिल है।
जानकारी के अनुसार पहली घटना साहिबगंज के बरहेट थाना क्षेत्र के पंचकठिया पंचायत भवन के समीप की है। बताया गया कि मंगलवार की सुबह बढ़िया टोला निवासी बासी सोरेन की पत्नी गुड़िया मुर्मू का शव बरामद किया गया। सुबह में पंचकठिया पंचायत भवन के समीप कुछ लोगों ने शव देखा। इसके बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। मामले की जानकारी ग्रामीणों ने बरहेट थाने की पुलिस को दी । सूचना मिलते ही पुलिस इंस्पेक्टर राजेश कुमार और बरहेट थाना प्रभारी गौरव कुमार घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच की। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया।
थाना प्रभारी गौरव कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या मामला हत्या का प्रतीत होता है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। महिला के गाल और कान के पास जख्म मिले हैं।
वहीं दूसरी घटना पलामू जिले के उंटारी रोड थाना क्षेत्र के नवाडीह टोला का है। अजीत चौधरी के पत्नी ममता देवी का शव घर में फंदे से झूलता हुआ पाया गया। बताया जा रहा है कि सोमवार की रात जब परिवार के सभी सदस्य सो रहे थे तब महिला ने एक कमरे में जाकर फंदे से लटकर जान दे दी। मंगलवार को मामले की जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। महिला के मौत के कारणों की पड़ताल में पुलिस जुट गई है। थाना प्रभारी शिव कुमार ने बताया कि मामला खुदकुशी का प्रतीत होता है। हलांकि खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया है। जांच की जा रही है। शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
तीसरी घटना जामताड़ा जिले के मिहिजाम थाना क्षेत्र के अमोई वार्ड नंबर 2 की है। मंगलवार को पुलिस ने छात्रा का शव घर में फंदे से लटका हुआ बरामद किया है। युवती का नाम लक्ष्मी टुडू बताया जा रहा है। उसके पिता सुरेंद्र टुडू ने बताया कि लक्ष्मी चित्तरंजन संत जोसेफ कॉन्वेंट हाई स्कूल से 10वीं पास की थी। जनजातीय संध्या इंटरमीडिएट कॉलेज से आईएससी की पढ़ाई कर रही थी। इसके साथ रांची कोचिंग सेंटर से मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रही थी। सोमवार की रात वह परीक्षा को लेकर थोड़ी चिंतित थी। मंगलवार को उसका परीक्षा था। मां ने देखा कि बेटी फंदे से लटक रही है।
मौके पर पहुंचे एएसआई प्रभात कुमार ने बताया कि छात्रा का मोबाइल जब्त कर टेक्निकल सेल से जांच करवाई जा रही है। जांच के बाद ही मामले में कुछ कहा जा सकता है।