Deoghar: कई मामलों में अनुसंधान को लेकर सुर्खियों में रहने वाली देवघर जिले के सारठ थाना की पुलिस ने इस दफे ऐसा कारनामा किया है कि, जिसकी चर्चा इन दिनों हर किसी के ज़ुबान पर है। क्योंकि, सारठ की तेज-तर्रार पुलिस ने एक ऐसी महिला को 107 का आरोपी बनाया है जो पिछले 6 महीने से सीएमसी वेल्लोर में भर्ती थीं और मामले से उनका कोई सरोकार तक नहीं।
कैंसर पीड़ित हैं 67 वर्षीय बुजुर्ग, घटना के वक्त थीं वेल्लोर में
दरअसल, जिले के सारठ थाना क्षेत्र अंतर्गत डोडोदुमर गांव निवासी दशरथ पोद्दार नामक व्यक्ति ने थाने में विनोद यादव के साथ ही अन्य के ख़िलाफ़ तहरीर दी थी। जिसके बाद 13 फरवरी को दोनो पक्षों के बीच सुलह भी हो गई बावज़ूद इसके, पुलिस ने दोनो पक्षो के बीच पूर्व से ही ज़मीन विवाद विवाद बता पहले दिए गए आवेदन के बिनाह पर बगैर जांच किये ही धारा 107 के तहत कार्रवाई कर दी। सारठ थाना कांड संख्या 143/2022 में दोनों पक्षों के 9-9 लोगों को आरोपी बनाया गया।
केंसर पीड़ित को मिला कोर्ट में हाज़िर होने का नोटिस
मामले में नया मोड़ तब आया जब, पीड़ित महिला वेल्लोर से 1 मार्च को अपने घर पहुंची। घर पहुंचते ही पीड़िता को कोर्ट का नोटिस मिला जसमे 25 के रोज हाज़िर होने की तारीख दी गई है। इस बाबत जानकारी देते हुए पीड़िता ने बतलाया कि, वह जब अक्टूबर 2021 से ही वेल्लोर में भर्ती थीं तो फिर पुलिस ने उन्हें 107 का आरोपी कैसे बना दिया। बहरहाल, मामले का खुलासा होने के बाद पूरे इलाके में पुलिस के कारनामे की चर्चा आम हो गई है। साथ ही पुलिस के अनुसंधान और कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।