Deoghar: देवघर AIIMS के डायरेक्टर डॉ सौरव वार्ष्णे ने कोविड ओमिक्रोण (Omicron) वेरिएंट को लेकर लोगो को सावधान (Alert) रहने की सलाह दी है. उन्होंने कहा है की लोगों ने अभी हाल ही में कोविड के डेल्टा वेरिएंट का सामना किया जिसमे देखा गया असावधानी बरतने से कितना बड़ा नुकसान हो सकता है. इस दौरान कई परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया और सिर्फ लापरवाही ही एक इसका एक मेन कारण था.
उन्होंने बताया की जो वायरस होता है. जैसे हम अभी कोविड-19 की बात कर रहे हैं तो वायरस का यह स्वरूप होता है कि कि समय-समय पर वह अपना रूप बदलता रहता है. जिसको हम वेरिएशन या म्यूटेशन कहते हैं. वही कोविड अब फिर से बदल रहा है. हमने सेकंड वेव में देखा कि डेल्टा वायरस आया डेल्टा वायरस में भी फिर से म्यूटेशन हुआ और अब फिर से सामने ओमिक्रोन देख रहे हैं.
यह वायरस फिर से अपना हाथ पांव फैला रहा है. इसको हाथ पांव फैलाने का मौका हम ही लोग देते हैं क्योंकि हमलोग को पता है कि इसका संक्रमण एरो सेल द्वारा जैसे कि हम लोग बोलते हैं या सांस लेते हैं जो छीकते है उसके द्वारा उसके विषाणु निकलते हैं.
वही संक्रमित करते हैं तो जैसा कि भारत सरकार बार-बार सबसे निवेदन कर रही है, आवाहन कर रही है कि हमको दो चीजों को बहुत महत्वपूर्ण ध्यान से समझना है. पहला टीकाकरण, तो भारत सरकार ने मुझे यह कहते हुए गर्व है कि विश्व में भारत एक ऐसा देश है. जो सबसे विशाल टीकाकरण करने वाला देश है.
अभी स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने 3 जनवरी से 15 से 18 वर्ष की आयु के लिए टीकाकरण का व्यवस्था की है. जिसका पंजीकरण कोविन के वेबसाइट पर किया जा सकेगा। इसके साथ साथ 10 जनवरी के बाद से हमारे हेल्थ केयर और वृद्ध लोगों को बूस्टर डोज का प्रावधान भारत सरकार ने किया है.
बूस्टर डोज़ इसलिए दिया जा रहा है क्योंकि जब हम कोई भी टीकाकरण कार्यक्रम चलाते हैं कुछ अवधि के बाद उस टीकाकरण की जो पावर होती है वह कम होने लगती है. जिसको एंटीबॉडीज कहते हैं. दूसरा यह है कि विषाणु ने अपना स्वरूप बदल लिया है जो हमने अपना टिका लिया है अब यह वैज्ञानिक तौर पर या निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता है कि वह टीकाकरण इस स्वरूप जो विषाणु का हो गया है इसको प्रतिरोधक क्षमता दे पाएगा तो इसलिए बहुत जरूरी है कि हम टीकाकरण कार्यक्रम में अपना योगदान दें.
AIIMS के डायरेक्टर डॉ सौरव वार्ष्णे ने लोगो से अपील किया है की अपने प्रियजनों और अपने आसपास के लोगों को समझाएं ताकि वह टीकाकरण कराएं। इसके बावजूद कोई भी टीकाकरण आपको 100% बीमारी से प्रतिरोधक क्षमता नहीं दे सकता है तो हम को यह नहीं भूलना है कि टीकाकरण होने के बावजूद जो कोविड-19 जो हम सबको जो पिछले 2 साल से समझ चुके हैं. भारत सरकार जिस को बार-बार हर प्लेटफार्म से आह्वान कर रही है निवेदन कर रही है जिसमें मास्क का पहनना जिसमें बार-बार हाथों को धोना साबुन से या सैनिटाइजर लगाएं और तीसरा 2 गज की दूरी।
यदि हम इसका पालन नहीं करेंगे तो हमें हो सकता है कि तीसरी वेब को भी देखना पड़े और दूसरी वेब में हमने और देश ने बहुत नुकसान सहा है तो मेरा निवेदन रहेगा नया साल शुरू होने वाला है. हो सकता है कि लोगों ने योजना बनाई है कि हम सब बैठकर पार्टी करेंगे या कुछ सेलिब्रेशन करेंगे तो मेरा निवेदन रहेगा कि हो सकता है कि यदि हम बचाव के लिए यह पार्टियां भी ना करें तो हो सकता है कि आगे हम नए साल की कई पार्टियां कर सकेंगे इसलिए सब लोग भीड़ से बचे कोविड-19 का पालन करें टीकाकरण में योगदान दें।