रांची
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रूपा तिर्की मौत मामले में न्यायिक जांच के आदेश दिये हैं।मुख्यमंत्री ने मामले में मंगलवार कोजांच आयोग के गठन को मंजूरी प्रदान कर दी है।झारखण्ड उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश को जांच की जिम्मेवारी दी गयी हैपिछले कुछ दिनों से साहेबगंज में तैनात सब इंस्पेक्टर रूपा तिर्की की संदेहास्पद मौत को लेकर जांच की मांग की जा रही थीइसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने एक सदस्यीय जांच आयोग का गठन किया है।
मुख्यमंत्री ने आयोग को आदेश दिया है कि रूपा तिर्की की मौत की जांच रिपोर्ट छह महीने मेंसरकार को दे दी जायेझारखंड हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश विनोद कुमार गुप्ता रूपा तिर्की मामले की न्यायिक जांच करेंगेगुप्ता पूर्व में हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड उच्च न्यायालय में भी मुख्य न्यायाधीश के तौर पर सेवा दे चुके हैंमुख्यमंत्री ने जांच आयोग का गठन करते हुए कार्रवाई को निष्पक्ष तरीके से आगे बढ़ाने का निर्देश दिया हैइस केस में साहेबगंज के बोरियो थाने में 127/2021 के तहत जांच प्रक्रिया पूर्व की तरह ही जारी रहेगी।वहीं जांच आयोग अपनी रिपोर्ट अलग से देगाउल्लेखनीय है कि बीते तीन मई को साहेबगंज महिला थाना प्रभारी रूपा तिर्की की शव उनके सरकारी आवास में मिली थी। इस मामले में साहिबगंज पुलिस ने चाईबासा में पोस्टेड दारोगा शिव कनौजिया को बीते 9 मई को गिरफ्तार किया हैकांग्रेस विधायक बंधु तिर्की ने सोमवार को रांची में रूपा तिर्की के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की थी बंधु तिर्की ने भी इस मामले की जांच सीबीआई सेकराने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था उन्होंने कहा था कि जांच से ही दूध का दूध और पानी का पानी होगा।
सात जून को ही रूपा तिर्की मौत मामले में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने डीजीपी नीरज सिन्हा को राजभवन बुलाकर जांच के बारे में जानकारी ली थीसूत्रों का कहना है कि इस दौरान राज्यपाल ने जांच को लेकर कुछ निर्देश भी दिये थेइससे पहले छह जून को भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मिलकर पूरे मामले में सीबीआई जांच की मांग की थीवहींमामले को लेकर लगातार लोग सड़कों पर विरोध कर रहे है और सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।