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Shimla: समर सीजन में पर्यटकों का सैलाब, तीन दिन में पहुंचे 16 हजार से अधिक वाहन

कोरोना महामारी के दो साल बाद समर सीजन के दौरान पहाड़ों की रानी शिमला पर्यटकों से गुलजार हो गया है। शिमला समेत आसपास के पर्यटक स्थलों पर बने होटल, गेस्ट हाउसों व होम स्टे 90 फीसदी तक भर चुके हैं।

Shimla: कोरोना महामारी के दो साल बाद समर सीजन के दौरान पहाड़ों की रानी शिमला पर्यटकों से गुलजार हो गया है। शिमला समेत आसपास के पर्यटक स्थलों पर बने होटल, गेस्ट हाउसों व होम स्टे 90 फीसदी तक भर चुके हैं। इस बार बाहरी राज्यों से समूहों में आने वाले सैलानियों की खासी तादाद है। मैदानी क्षेत्रों में प्रचण्ड गर्मी से निजात पाने के लिए हनीमून कपल, फैमिली ट्रिप, कॉलेज-यूनिवर्सिटी के विद्यार्थी और कॉरपोरेट कंपनियों के ग्रुप शिमला का रुख कर रहे हैं।

शिमला पुलिस के मुताबिक पिछले तीन दिनों में 16 हजार से अधिक पर्यटक वाहनों ने शिमला में प्रवेश किया है। शिमला में आधिकारिक तौर पर समर पर्यटन सीजन का आरंभ 15 अप्रैल से होता है, जो 15 जुलाई तक चलता है।

शिमला से सटे पर्यटक स्थलों कुफरी व नारकंड़ा पहुंच कर भी सैलानी यहां के प्राकृतिक सौंदर्य का नजारा ले रहे हैं। सैलानियों की भीड़ बढ़ने से शिमला शहर के सभी पार्किंग स्थल भर गए हैं और शहर की मुख्य व अंदरूनी सड़कों पर जाम लगना आम बात हो गई है। सैलानी शिमला के ऐतिहासिक माल रोड व रिज मैदान पर दिन भर खासी चहल-पहल रह रही है। सैलानी खरीददारी के साथ ही फोटोग्राफी कर लम्हों को यादगार बना रहे हैं।

पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि इस वीकेंड में अवकाश के चलते भारी संख्या में सैलानी शिमला पहुंच रहे हैं तथा रविवार को भी शिमला में बेहतर भीड़ रहने की संभावना बनी हुई है। शिमला में पर्यटकों के सैलाब का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां निजी टैक्सी सेवा भी कम पड़ गई है। टैक्सियां हायर कर पर्यटक शिमला शहर के विभिन्न स्थलों का भ्रमण कर रहे हैं।

शिमला होटलियर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रिंस कुकरेजा ने बताया कि शहर के अधिकतर होटल पर्यटकों से खचाखच भरे हुए हैं, जिससे पर्यटन कारोबार को पंख लगे हैं। टूरिज्म इंडस्ट्री स्टेक होल्डर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहिंद्र सेठ ने बताया कि गर्मी बढ़ने की वजह से इस साल समर सीजन से पहले मार्च के अंत में ही भारी संख्या में पर्यटकों का शिमला आना शुरू हो गया था। इस बार समर सीजन के लिए ये अच्छी बात है। छोटे-बड़े सभी होटलों के औसतन 80 से 90 फीसदी कमरे बुक हैं।

बता दें कि वर्ष 2020 में समर सीजन से ठीक पहले देश में कोरोना ने दस्तक दी। जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ। इस दौरान शिक्षा समेत अन्य गतिविधियां प्रभावित हुई। तो वहीं पूर्ण रूप से पर्यटन पर आधारित शिमला शहर को खासा नुकसान का सामना करना पड़ा। वर्ष 2021 में भी समर सीजन के दौरान शिमला को दोबारा कोराना लॉकडाउन का सामना करना पड़ा था।

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