Deoghar: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के अवसर पर भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी देवघऱ शाखा (Indian Red Cross Society Deoghar Branch) द्वारा रेड क्रॉस कार्यालय में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें समाज के विभिन्न वर्गों की महिलाओं/बालिकाओं को समाज में उनके द्वारा किये गए उत्कृष्ट कार्य (जिसके द्वारा सामाजिक बदलाव, नेतृत्व और प्रेरणा लाने का कार्य किया गया है) को लेकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी देवघऱ शाखा के महिला कार्यकारिणी सदस्यों द्वारा अतिथियों को पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि ज्योति मंजूनाथ, डॉ प्रतिमा वार्ष्णेय, सुमन ढींगरा द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए उक्त कार्यक्रम के स्वागत अभिभाषण में भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी देवघऱ शाखा की जिला महिला प्रतिनिधि ममता किरण ने कहा कि यह दिन सिर्फ इसलिए नहीं मनाया जाता क्योंकि इसे कैलेंडर में दिखाना है। बल्कि इसलिए मनाया जाता है क्योंकि आज भी ऐसी अनेक महिलाएं हैं जो उत्पीड़न का शिकार होती हैं, शिक्षा से वंचित हैं, भ्रूण हत्या के लिए मजबूर होती हैं, जिनके पास काम के साधन नहीं हैं या भुखमरी में जी रही हैं। इनके लिए आवाज उठाना और इस भेदभाव को कम करना आवश्यक है, इसीलिए आज भी इस दिन का उतना ही महत्व है। जितना सालों पहले था।
आज के इस सम्मान समारोह में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर बदलाव लाने के लिए जिन महिलाओं/बालिकाओं को सम्मानित किया गया।
सम्मानित होने वालों के नाम :-
अक्षरा कुमारी, आरती कुमारी, अनन्या कुमारी, आयुषी अनन्या, श्रीमती रेखा दास, प्रिया कुमारी, सोनी कुमारी, शिल्पा कुमारी, दीया श्रीवास्तव रेनू देवी, सोनाली के नाम शामिल है।
मौके पर उपस्थित डॉ प्रतिभा वार्ष्णेय ने कहा कि भले आज हमारा समाज पितृ प्रधान है लेकिन जब भी कोई भी प्राणी कष्ट में होता है तो वो मां को ही याद करता है। धनार्जन हेतु मां लक्ष्मी को याद करता है, विद्या अर्जन हेतु मां सरस्वती को याद करता है और इतिहास गवाह है जब जब विश्व पर कोई खतरा आता है नारी शक्ति ही किसी न किसी रूप में प्रकट होकर उस कष्ट को हरने का प्रयास किया है।
वहीं, सुमन ढींगरा ने कहा कि नारी के रूप अनेक हैं नारी शुरू से ही सशक्त रही है। हमारा उद्देश्य अबला नारी को सबल बनाना है और राष्ट्र को एक नई बुलंदी पर पहुंचाना है।
ज्योति मंजूनाथ ने कहा कि अमेरिका में 1908 में एक मजदूर आंदोलन हुआ था, जिसमें बड़ी संख्या में कामकाजी महिलाएं शामिल हुई थीं। करीब 15 हजार महिलाओं ने न्यूयॉर्क की सड़कों पर मार्च करते हुए अपने अधिकारों को लेकर आवाज उठाई थी इसी को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ ने 08 मार्च को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस की घोषणा की थी। आज महिलाएं सजग हैं, नेतृत्वकर्ता हैं। उनकी सृजनशीलता, सहनशीलता और कल्पनाशीलता ही इस सृष्टि को एक सुंदरता व स्वरूप प्रदान करती है। हर विपत्ति को शक्ति और संपत्ति में तब्दील नारीशक्ति ही करती हैं, घर और बाहर के बेहतरीन समन्वय का आज उदाहरण लाखों करोड़ो महिलाएं हैं। आप सभी को पुनः बधाइयां ।
मौके पर उपस्थित भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी देवघऱ शाखा की जिला महिला प्रतिनिधि ममता किरण ने कहा कि कहते हैं कि दुनिया की महिलाओं के बिना कल्पना करना भी मुश्किल है। आज के समय में महिलाएं देश और समाज दोनों के निर्माण में बेहद अहम भूमिका निभा रही हैं। अब पहले की तरह महिलाएं केवल घर की चारदीवारी के अंदर बंद नहीं हैं। वह आज घर से बाहर निकलकर अपने हुनर को लोगों के सामने पेश कर रही हैं और समाज में एक सम्मान का स्थान प्राप्त कर रही है। महिला अपने परिवार और समाज का जिस तरह ध्यान रखती है। उसे जज्बे को सलाम करने के लिए हर साल 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। इस दिन को महिलाओं के समर्पण, उपलब्धियों और कामयाबी के जश्न के रूप में मनाया जाता है।
भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी देवघर शाखा के चेयरमैन जितेश राज्यपाल ने कहा कि रेड क्रॉस सामाजिक उत्थान के सभी कार्यों के लिए सदैव तत्पर है और इसी कड़ी में आज महिला एवं बाल कल्याण समिति के तत्वाधान में महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य महिला दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके लिए मैं तमाम महिलाएं एवं सभी सदस्यों के प्रयास की सराहना करते हुए उन्हें धन्यवाद प्रेषित करता हूं। इस कार्यक्रम के द्वारा समाज के शिक्षा खेलकूद संगीत सामाजिक सरोकार तथा अन्य क्षेत्र में जोड़ी ग्रामीण एवं शहरी परिवेश पढ़ी-लिखी लड़कियों और महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए इस मंच पर पुरस्कृत किया जाना है।
भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी देवघऱ शाखा के वाईस चेयरमैन पीयूष जयसवाल ने कहा कि दुनिया भर में हर साल 8 मार्च को महिला दिवस मनाया जाता है। ये दिन महिलाओं की उपलब्धियों को समर्पित है। महिलाओं को मान-सम्मान देने के लिए हर साल 8 मार्च को इंटरनेशनल विमेंस डे के रूप में मनाया जाता है। इस दिन महिलाओं की उपलब्धियों के लिए इसका जश्न मनाया जाता है।
भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी देवघऱ शाखा के सचिव निरंजन कुमार सिंह ने कहा की भले ही आज दुनिया के तमाम देश और हमारा समाज अधिक जागरूक है लेकिन महिलाओं के अधिकारों और हक की लड़ाई अभी भी जारी है। कई मामलों में महिलाओं को आज भी समान सम्मान और अधिकार नहीं मिले है, महिलाओं को यह अधिकार और सम्मान सिर्फ 8 मार्च को समारोह का आयोजन करके देने तक सीमित ना रखें बल्कि जीवन के हर पडाव, हर आयाम में उनकी सहज भागीदारी स्वीकार भी करें और सुनिश्चित भी ।
इस कार्यक्रम में मंच संचालन भारतीय रेड क्रॉस सोसायटी देवघर शाखा की कार्यकारिणी सदस्य अर्चना भगत के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी देवघऱ शाखा के चेयरमैन जीतेश राजपाल, वाइस-चेयरमैन पीयूष जायसवाल, कोषाध्यक्ष राजकुमार वर्णवाल, सचिव निरंजन कुमार सिंह, जिला प्रतिनिधि आनन्द कुमार साह, महिला प्रतिनिधि ममता किरण, कार्यकारिणी सदस्य मयंक राय, श्रीमति अर्चना भगत, विजय प्रताप सनातन, सुधांशु बरनवाल, रीता चौरसिया, मधु कुमारी, देवनन्दन झा, राजीव रंजन झा, राजश्री मालवीय, संगीता देवी सुल्तानिया, उमा छावछरिया, आजीवन सदस्य श्वेता शर्मा, रेणु सिंह, रीता राज, मधु कुमारी, प्रियंका जायसवाल की गरिमामय उपस्थिति रही।