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10 अक्टूबर से नहीं रहेगा जिओ फ्री कॉलिंग, खरीदना पड़ेगा 6 पैसे प्रति मिनट टॉप अप वाउचर


रिलायंस जिओ ने फ्री कॉलिंग की व्यवस्था खत्म कर दी है, अब उपभोक्ताओं को 6 पैसे प्रति मिनट चार्ज देना पड़ेगा। इसके एवज में रिलायंस ने अतिरिक्त डेटा देने का पेशकश की है. इसकी वजह IUC ट्राई यानि Telecom Regulatory Authority of India  द्वारा तय किया हुआ चार्ज बताया गया है। 

रिलायंस जिओ के द्वारा भेजी गयी प्रेस रिलीज़ –

IUC ट्राई यानि Telecom Regulatory Authority of India  द्वारा तय किया हुआ चार्ज है। यह 6 पैसे प्रति मिनट की दर से उस ऑपरेटर को मिलता है जिस पर इनकमिंग कॉल आई है। ये उस ऑपरेटर को देना पड़ता है जिससे आउटगोइंग कॉल गया है। हम दूसरे ऑपरेटरों को तीन साल में नेट कोई  13000 करोड़ से ज़्यादा की रकम दे चुके हैं। 

ट्राई ने पहले कहा था कि एक जनवरी 2020 से IUC शुल्क पूरी तरह से हट जाएगा। लेकिन अब ट्राई अपने ही इस फैसले पर दोबारा विचार कर रही है।जियो, दूसरे नेटवर्क को IUC के नाम पर ये सब्सिडी हमेशा तो नहीं दे सकता। इसीलिए बड़े भारी मन से हमने एक फ़ैसला लिया है।  वो ये कि IUC के खत्म होने तक ये 6 पैसे प्रति मिनट का चार्ज आपके, यानि ग्राहकों के खाते में डाला जाये। और आपको जो अतिरिक्त पैसा देना पड़ेगा,  उसके एवज़ में जियो आपको इसके बराबर का ब्राडबैंड डेटा पूरी तरह फ्री देगा। 

हमारे सभी मौजूदा tariff प्लान जैसे हैं वैसे ही रहेंगे। 

साथ ही, जियो से जियो पर होने वाले फिक्स्ड और मोबाइल कॉल, सभी  लैंडलाइन कॉल्स और सभी इनकमिंग कॉल्स पहले की तरह ही  हमेशा फ्री रहेंगे। इसमें सिर्फ एक ही फर्क आएगा. वो ये कि 10 अक्टूबर, 2019 के बाद जब भी आप रीचार्ज करेंगे, आपको दूसरे नेटवर्क्स पर आउटगोइंग कॉल्स करने के लिए IUC top-up वाऊचर खरीदना पड़ेगा। 

ये मजबूरी में उठाया गया एक अस्थाई क़दम है. जैसे ही 6 पैसे प्रति मिनट का ये रेगुलेटरी IUC शुल्क ट्राई ख़त्म कर देगा, हम भी इसे वापस ले लेंगे। 

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