Patna: बिहार विधानसभा के बजट सत्र में शुक्रवार को तमिलनाडु के कई इलाकों में बिहार के लोगों के साथ हुई कथित मारपीट को लेकर भाजपा ने जोरदार हंगामा किया। इस मामले को लेकर सत्ता और विपक्ष अब आमने सामने आ गए है। शुक्रवार को सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के विधायकों ने तमिलनाडु में बिहार के लोगों के साथ मारपीट करने और धारदार हथियार से हमले की घटना को उठाया।
इसपर सरकार की ओर से उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि वहां के पुलिस महानिदेशक ने स्वयं ऐसी किसी भी घटना से इंकार किया है। इधर, नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वहां से लोगो का फोन आ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार को एक विशेष समिति बनाकर वहां भेजना चाहिए।
इधर, उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां की और तमिलनाडु की सरकार पर भाजपा के लोगों को विश्वास नहीं है तो केंद्रीय गृह मंत्रालय से जांच करवा लें।
संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि तमिलनाडु के डीजीपी ने मीडिया में चलाए जा रहे वीडियो को फर्जी बताया है। उन्होंने कहा यह दो राज्यों के बीच संबंध खराब करने की साजिश है।
इस मुद्दे को लेकर भाजपा का हंगामा जारी रहा। सत्ता पक्ष के लोगों ने विपक्ष के आचरण पर अध्यक्ष से कारवाई करने की मांग की। इसके बाद भाजपा के विधायकों ने सदन से वाक आउट कर गए।
भाजपा के नेता विजय सिन्हा ने कहा कि अगर यह मामला गलत निकला तो वे सदन में सार्वजनिक माफी मांग लेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार गुमराह कर रही है जबकि वहां फंसे लोग परेशान हैं।
भाजपा के नेता ने कहा कि तेजस्वी यादव तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के जन्मदिन मनाने और केक खाने जाते हैं, लेकिन हमले पर बात नहीं करते। सिन्हा ने सदन के बाहर पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि विपक्ष के नेताओं को बोलने नहीं दिया जा रहा।
विजय सिन्हा ने कहा कि उनकी मजदूरों से बात हुई है। मजदूरों ने उन्हें बताया कि तमिलनाडु में मजदूरों की हत्याएं हुई हैं और वह लोग अपने घर नहीं जा पा रहे हैं। इस पूरे मामले को बिहार सरकार दबाने में लगी है। विजय सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार से हम लोग बात करेंगे। बिहार सरकार जल्द से जल्द टीम को तमिलनाडु भेजकर जांच कराए। हम चुप नहीं रहेंगे।
विजय सिन्हा ने कहा कि चंदन नाम का मेरे क्षेत्र का डुंमरी गांव का युवक है। उसने मुझे फोन किया। उसने कहा कि फैक्टरी में भी सुरक्षा नहीं दी जा रही है। बस, ट्रेन सभी जगहों पर हमें मारा जा रहा है। हमने यही मामला विधानसभा में उठाया। उप मुख्यमंत्री इस मामले को फर्जी बता रहे हैं।
विजय सिन्हा ने कहा कि उप मुख्यमंत्री एक गुंडे की भाषा बोल रहे हैं। विधानसभा अध्यक्ष भी उन्हीं के इशारे पर चल रहे हैं। सरकार और तमिलनाडु के डीजीपी का बयान झूठा है। वहां से हमारे लोगों को सुरक्षित निकालकर लाएं नहीं तो हम सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे। तमिलनाडु में 12 लोगों की हत्याएं हुई हैं।
बिहार विधान परिषद में भी हंगामा
बिहार विधान परिषद में नेता विरोधी दल सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार की सरकार तमिलनाडु मामले में जनता को गुमराह कर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। वहां के कई परिवार के लोग यह बता रहे कि तमिलनाडु में उनके साथ क्या-क्या हो रहा है। वहां के परिवार के लोगों की हत्या की गई है। इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा कि सरकार झूठ बोलने पर उतारू है। सरकार जनता को गुमराह कर रही है। इसकी जांच होनी चाहिए। पुलिस मुख्यालय भी दबाव में गलत बयान दे रहा है। उन्होंने कहा कि 17 साल से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं लेकिन वह रोजगार नहीं दें सके। नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए। जनता दल यूनाइटेड जब लोजपा (रामविलास) के सामने नहीं टिक पाई। तो वह भाजपा के आगे क्या टिकेगी।
उल्लेखनीय है कि बीते गुरुवार को विधान सभा विधान परिषद में तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हो रहे हमले को लेकर काफी बवाल हुआ था। इसके बाद बिहार के डीजीपी आर्यस भट्टी ने मीडिया को बताया है कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई। उनकी तमिलनाडु के डीजीपी से बात हुई है। इसके बाद भी हंगामा होता रहा। देर शाम तमिलनाडु के डीजीपी का एक वीडियो बिहार सरकार ने मीडिया को जारी किया, जिसमें वह कह रहे थे कि बिहारी या हिंदी भाषी क्षेत्रों के किसी भी युवक की हत्या पूरे तमिलनाडु में नहीं हुई है। यह वीडियो भ्रामक है और गलत तरीके से फैलाया जा रहा है।