Begusarai: 1947 में मिली आजादी को भीख और 2014 में असली आजादी मिलने का बयान देने वाले अभिनेत्री कंगना राणावत से पद्म पुरस्कार वापस लेने की मांग अब एनडीए के भीतर भी उठने लगी है। जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने अभिनेत्री कंगना राणावत को पद्म पुरस्कार दिए जाने का विरोध करते हुए अवार्ड वापस लेने की मांग किया है।
शनिवार को बेगूसराय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने आए उपेंद्र कुशवाहा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कंगना राणावत पर बेकार में टिप्पणी की जा रही है। वह कोई ऐसी बड़ी हस्ती नहीं है, जिस पर टिप्पणी की जाए।
केंद्र की सरकार ने उसे पद्म पुरस्कार देने में भूल किया है। 1947 में मिली आजादी को भीख बताने वाले लोगों को पद्म पुरस्कार दिया जाना अच्छी बात नहीं है। सरकार ने कंगना राणावत को पद्म पुरस्कार देने में कहीं ना कहीं भूल किया है, कंगना राणावत से अभिलंब दिया गया अवार्ड वापस होना चाहिए।
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद द्वारा हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठन से किए जाने पर उपेंद्र कुशवाहा ने कड़ा विरोध जताया है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि कुछ लोग हिंदू के लिए, कोई मुसलमान के लिए, उसके नाम पर राजनीति करता है।
वोट के लिए राजनीति का धंधा करता है, वह लोग हमेशा हिंदू-मुसलमान के नाम पर वोट का धंधा करते रहते हैं। ऐसी राजनीति नहीं करनी चाहिए, ऐसी राजनीति नहीं होनी चाहिए। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सलमान खुर्शीद जैसे लोगों को अगर बोलना ही है तो देश की सेवा के लिए बोलें, गरीबों के हित के लिए उनके उत्थान के लिए बोलें, देश और समाज के विकास के लिए बोलें।