बेगूसराय: सरकार बेटी को बचाने, बेटी को पढ़ाने के लिए जन्म से लेकर पढ़ाई और शादी तक लगातार सहयोग कर रही है। इसके बावजूद बेटियों को गलत समझ कर ठुकराए जाने का भी सिलसिला जारी है। ऐसा ही एक मामला रविवार को बेगूसराय में सामने आया।जहां कि भगवानपुर थाना क्षेत्र में लोगों ने आम के बच्चे बगीचे से एक नवजात बच्चे को बरामद किया गया है।
फिलहाल उस बच्ची को गांव के ही एक महिला के रखा है। लोगों का कहना है कि किसी कलयुगी मां ने बेटी को जन्म देकर सड़क किनारे आम के बगीचे में मरने के लिए फेंक दिया। लेकिन भगवान की कृपा से वह किसी जंगली जानवर के हत्थे नहीं चढ़ सका और एक महिला ने उसकी आवाज सुन ली।
घटना भगवानपुर थाना क्षेत्र के नरहरिपुर पंचायत में ताजपुर चिमनी के बगल में स्थित आम के बगीचे की है। बताया जा रहा है कि सुबह जब लोग बगीचे की ओर गए तो ताजपुर निवासी रंजन साह की पत्नी काजल देवी ने बच्चे की रोने की आवाज सुनी। मौके पर पहुंचने पर कपड़े में लिपटी एक नवजात बच्ची पड़ी थी।
बच्ची के पाए जाने की सूचना मिलते ही मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई। सूचना मिलते ही पहुंची भगवानपुर पीएचसी के एंबुलेंस से बच्ची को अस्पताल लाकर जांच-पड़ताल किया गया। इसके बाद फिलहाल बगीचे में जिस महिला ने उसे पाया था, उसके पास ही नवजात बच्ची को रखा गया है तथा उसने गोद लेने की बात कही है।