Deoghar: आस्था की नगरी में अधर्म के ठेकेदार की रंगदारी, वसूली, मटका लॉटरी, हत्या, लूट, ज़मीन पर कब्ज़ा और धमकी जैसी काली करतूत। पुलिस की हिरासत में खड़े यह वो नकाबपोश हैं, जिन्हें देवघर के नगर थानेदार रतन कुमार सिंह ने इनके अड्डे से रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। आरोप है कि जेल में बंद अपने आका के इशारे पर बदमाश कंपनी के यह गुर्गे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। लेकिन, खाकी ने इनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
पुलिस की मानें तो, गिरफ्तार किए गए इन बदमाशों में राहुल मिश्रा नाम के एक गुर्गे पर अकेले नगर थाना में ही आधे दर्जन के करीब संगीन जुर्म से जुड़े मामले दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक, इनकी गिरफ़्तारी शहर के नरसिंह सिनेमा के समीप एक मकान से हुई है, जहां सभी एक साथ किसी साज़िश को अंजाम देने के इरादे से जमा हुए थे। पुलिस ने इनके पास से ज़मीन के फ़र्ज़ी कागज़ात। 5 लाख के ब्लेंक चेक , 35 हज़ार नगदी, 15 मोबाइल फोन और मोटरसाई कल भी जप्त की है।
पुलिस का दावा है कि, गिरफ्तार सभी बदमाश बाबानगरी के कुख्यात बदमाश गिरोह के गुर्गे हैं, जिसका सरगना फिलवक्त जेल की चारदीवारों में कैद है। लेकिन, वह भीतर से ही अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा था। ज़मीन से जुड़े कारोबारी, माफिया, इस बदमाश कंपनी का सहारा लेकर ज़मीन कब्जाने से लेकर धमकी दिलाने तक का काम ले रहे थे। पुलिस अब शहर के उन तमाम ज़मीन दलालों की फेहरिस्त खंगालकर कार्रवाई की तैयारी में जुटी है।
फिलहाल, लगातार मिल रही सूचना और शिकायत के आधार पर देवघर के टाउन SHO ने पुलिस कप्तान के निर्देश पर ऐसा जाल बुना की, सभी नकाबपोश एक साथ सलाखों के पीछे पहुंचा दिए गए। बहरहाल, पुलिस की इस कार्रवाई से ज़मीन माफियाओं, रंगदारों में पुलिस का ख़ौफ जरूर घर चुका है तभी तो आधे से ज्यादा बदमाश शहर छोड़ने पर मजबूर हो चुके हैं।