बरेली: एक बेटी ने दहेज लोभियों को सबक सिखाने के लिए बड़ा साहसिक कदम उठा लिया। जिसकी सब तारीफ कर रहे हैं। दरवाजे पर खड़ी बारात को लौटाने की बरेली की कुलसुम ने हिम्मत दिखा ये साफ़ कर दिया कि बेटियां बोझ नहीं होती। मामला उत्तरप्रदेश का है।
उत्तर प्रदेश के बरेली शहर के इज्जतनगर इलाके के गांव परतापुर चौधरी के एक घर में बुधवार को बारात पहुंच चुकी थी। बारातियों की मेहमाननवाजी हो रही थी। सबको दूल्हा बनकर पहुंचे जीशान और दुल्हन कुलसुम के निकाह पढ़े जाने का इंतजार था। यह ख़ुशी का वक़्त आता ही कि उससे पहले दूल्हे जीशान खां के घरवालों ने कुलसुम के पिता के सामने फरमाइश रख दी। कहा- पहले बुलेट बाइक लाओ, उसके बाद ही निकाह पढ़ा जाएगा। दूल्हे की मां, बहन-बहनोई ने भी इस फरमाइश का सपोर्ट किया।
बेबस पिता बार-बार करता रहा गुजारिश
दूल्हे के परिवार की जिद्द के आगे कुलसुम के पिता हक्के-बक्के रह गए। बेबस पिता उन्हें मना रहे थे। पिता बार-बार कह रहे थे दहेज में दी जाने वाली बुलेट बाइक को उन्होंने रुपए जमा करके बुक भी करा दी है। लेकिन लॉकडाउन में बाजार बंद होने की वजह से बाइक मिल नहीं पाई है। नम आँखों से दुल्हन के पिता ने बुलेट बाइक की बुकिंग रसीद दिखाते हुए दूल्हा और उसके घरवालों से गुजारिश किया कि निकाह पढ़ा लें, जैसे ही शोरूम खुलेगा, बुलेट बाइक दे दी जाएगी, लेकिन दूल्हा और उसके घर वाले नहीं माने और तुरंत ही बाइक या उसकी कीमत देने की मांग पर ही अड़े रहे। उनको सबने काफी समझाया लेकिन सब बेअसर रहा। तभी एक साहसिक आवाज़ उठी कि मैं निकाह नहीं करूंगी।
दुल्हन बोली- मैं नहीं करूंगी निकाह
पिता और घर वालों को बेबस देख कुलसुम खुद को रोक न पाई। बुलेट बाइक पर अड़े दूल्हा और उसके घरवालों को सबक सिखाने के लिए दुल्हन ने साहसिक और कड़ा फैसला ले लिया। वह बारातियों के बीच बोली- ऐसे दहेजलोभियों से मुझे निकाह नहीं करना। दुल्हन के इस ऐलान के बाद दूल्हा और उसके घरवालों के तेवर ढीले पड़ गए। अपनी किरकिरी होते देख वे फिर बिना बुलेट के ही निकाह को तैयार हो गए लेकिन फिर दुल्हन कुलसुम नहीं मानी। उसने साफ कह दिया कि अब वह किसी हाल में ऐसे लोगों के घर की बहू नहीं बनेगी, जो दहेजलोभी हैं।
अब दूल्हा पक्ष के लोग उसे मनाने में लग गए। लेकिन दुल्हन ने एक न सुनीं। उसने साफ़ लफ़्ज़ों में कहा बारात ले जाओ वरना पुलिस को बुलाकर सबको जेल भिजवा दूंगी। इसके बाद सभी के पैरों तले जमीन खिसक गई और दुल्हन का कड़ा रुख देख बारात वापस ले जानी पड़ी।
दूल्हे को पछतावा
इधर, अपनी बारात वापस जाने पर दूल्हे जीशान खां को बहुत पछतावा है। जीशान ने कहा- मैंने अपने घरवालों के कहने पर बुलेट बाइक की गलत जिद पकड़ ली थी। बारात वापस जाने का मुझे जीवन भर पछतावा रहेगा।
वहीं, दूसरी ओर कुलसुम की सब तारीफ कर रहे हैं, क्योंकि उसने दहेज लोभियों को सबक सिखाने के लिए बड़ा साहसिक कदम उठा लिया।