जमुई:
जमुई और चकाई के बीचो बीच है बटिया जंगल जहा बसते है बाबा झुमराज. यही से ही सभी नेताओ की मनोकामना पूर्ण होती है. लोग चुनाब में खड़े हो तो यही से आशीर्वाद लेकर जाते है और जितने पर भी यही आते है. चाहे किसी दल के नेता हो.
इसी के बीचो बिच मुख्य पथ पर पड़ता है चिरण पुल जो पूरी तरह से जर्जर हो चूका है. जिसका कोई सुध लेने वाला नहीं है. एक दिन में हज़ारो गाड़िया इधर से गुजरती है और करीब 10 छोटे बड़े बाहन दुर्घटना का हर रोज शिकार होते है फिर भी यहाँ के जनप्रतिनिधि उसी रास्ते से होकर जंगल के बाबा से आशिर्वाद लेने पहुचते है.
लेकिन इस पुल की मर्मरती को ओर किसी का ध्यान नहीं है. ऐसे में क्या कहा जाय दिन के उजाले में भी जन प्रतिनिधि अंधे हो गए है या फिर अपनी डफली और अपना राग गिनाने में लगे है. जरुरत है किसी भी हालात में पुल का निर्माण हो तब ही जाकर घटना पर पूर्ण बिराम लग सकेगा