Chandigarh: पंजाब में आज हो रहे विधानसभा चुनावों में अमृतसर में शरीर से जुड़े दो किशोरों ने अलग अलग मतदाता के तौर पर पहली बार अपने वोट डाले। चुनाव अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
इनके नाम सोहन सिंह और मोहन सिंह हैं लेकिन आसपास के लोग इन्हें सोहना -मोहना के नाम से बुलाते हैं और ये पिछले वर्ष ही 18 साल के हुए हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी एस करूणा राजू (सीईओ) ने 25 जनवरी को 12वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर इन दोनों को अलग अलग मतदाता पहचान पत्र दिए थे।
सीईओ ने बताया कि दोनों को अलग अलग वोट डालने के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे ताकि उनकी गोपनीयता बरकरार रखी जा सके। इन दोनों का जन्म दिल्ली में 13 जून 2003 को हुआ था और जन्म के बाद इनके माता पिता ने दोनों को छोड़ दिया था। अमृतसर के एक अनाथालय ने बाद में दोनों बच्चों का पालन पोषण किया। चुनाव आयोग ने इन दोनों को अलग अलग मतदाता माना है और इसी वजह से उन्हें अलग मतदाता परिचय पत्र दिए हैं।
राज्य में मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे तक चलेगा तथा मतगणना 10 मार्च को होगी।
कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के चेहरे चरणजीत सिंह चन्नी ने ट्वीट किया, “आज पंजाब में मतदान हो रहा है और प्रगतिशील बदलाव के लिए अपना बहुमूल्य वोट देकर अपने संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही अपने परिवार और दोस्तों से मतदान करने का आग्रह करें क्योंकि आपका हर एक वोट मायने रखता है।”
इन चुनावों में 1,304 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें 1209 पुरुष, 93 महिलाएं और दो ट्रांसजेंडर हैं।
कांग्रेस ने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 77 सीटें जीतकर पूर्ण बहुमत हासिल किया था और 10 वर्षों से सत्तारूढ़ शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी (शिअद-भाजपा) सरकार को बाहर कर दिया था।
पिछली बार के विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी 20 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। शिरोमणि अकाली दल शिअद ने 15 सीटें जीतीं, जबकि 2007 से 2017 तक पंजाब में अकाली दल के साथ गठबंधन सरकार में शामिल भाजपा को मात्र तीन सीटें प्राप्त हुई थीं।(IANS)