Deoghar: दो साल बाद देवघर में श्रावणी मेला का आयोजन हो रहा है। इस साल बाबानगरी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। जिसको लेकर देवघर आने वाले कांवरियों की सुविधा को देखते हुए प्रशासन ने बाबा वैद्यनाथ के दर्शन पूजन को लेकर पुख्ता इंतजाम किये हैं।
14 जुलाई से सावन का पावन महीना शुरू हो रहा है। कांवरिया सावन के पहले दिन से ही बाबा को जल चढाने देवघर पहुंचेंगे। इसे लेकर बुधवार की रात को स्पर्श पूजा पूरी तरह से बंद कर अरघा लगा दिया जायेगा। यानि 14 जुलाई से बाबा की स्पर्श पूजा पूरी तरह से बंद रहेगी, बाबा के गर्भ गृह में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाएगी।
श्रद्धालु जल तो बाबा पर अर्पित करेंगे, लेकिन अरघा के माध्यम से। भक्तो और बाबा से 100 मीटर की दूरी बनी रहेगी। 14 जुलाई से बाबा मंदिर में जलाभिषेक जलपात्र से होगा। बाबा के गर्भ गृह के बाद 100 मीटर की दूरी पर एक जलपात्र लगाया जाएगा जहां से भक्तों का जल बाबा पर अर्पित हो जाएगा। भक्तों का गर्भ गृह में प्रवेश नहीं होगा। अब स्पर्श पूजा के लिए 30 दिनों का इंतजार करना होगा। सावन मास के बाद पुनः स्पर्श पूजा शुरू कर दी जाएगी।
मंदिर प्रशासन का कहना है कि कांवरिया भक्तों की भीड़ को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि भक्तों का प्रवेश गर्भ गृह में श्रावणी मेला के दौरान नहीं होने दिया जाएगा।