जमशेदपुर।
झारखंड में तेज़ी से बढ़ते कोरोना संक्रमण पर सरकार की तैयारियों को लेकर भाजपा एक बार फ़िर राज्य की हेमंत सरकार पर हमलावर है। कोरोना महामारी के तेज़ी से बढ़ते प्रसार का ठीकरा भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार के मत्थे फोड़ा है।
स्वास्थ्य व्यवस्था और आपदा प्रबंधन पर चिंता ज़ाहिर करते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि राज्य में बेड से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि राजधानी राँची में 328 बेड के ही प्रबंध थें और संक्रमित मरीज़ों की संख्या 344 हो चुकी है, यह सरकार के ठोस रणनीति के अभाव का प्रतिफ़ल है। भाजपा प्रवक्ता ने सरकार पर तेज़ प्रहार करते हुए कहा कि हेमंत सरकार ईलाज में भेदभाव कर रही है। लक्षणहीन 'खास लोगों' की टेस्टिंग हो रही है लेकिन 'आम जनों' की सैंपल जाँच भी पेंडिंग रखी जा रही है।
भाजपा प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने कहा कि कोरोना महासंक्रमण के तेज़ प्रसार पर नियंत्रण करने को लेकर झारखंड सरकार में इच्छाशक्ति और कार्ययोजनाओं का घोर अभाव है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सेल्फ क्वारेन्टीन होते ही राज्य के अन्य मंत्रियों ने भी सचिवालय आना बंद कर दिया है। राज्य सरकार कैबिनेट बैठक तक करने में असफल सिद्ध हो रही है। पिछली सरकार में प्रत्येक सप्ताह कैबिनेट बैठक की आयोजन होती थी। जिसमें सभी विभागों की समीक्षा और कार्य योजनाओं पर मुहर लगती थी। वहीं कोरोना संकट के मध्य भी वर्तमान सरकार कैबिनेट बैठक महीनों में नहीं कर पा रही है, जो घोर चिंताजनक है।
भाजपा प्रवक्ता श्री षाड़ंगी ने कहा कि कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई में झारखंड सरकार कमज़ोर पड़ती दिख रही है। भाजपा ने मुख्यमंत्री को सलाह दिया है कि यदि राज्य के हालात उनके नियंत्रण में नहीं हैं तो वे राज्य हित मे अविलंब सच्चाई को स्वीकार्य करते हुए केंद्र की मोदी सरकार से मदद की अपील करें। दिल्ली की तर्ज़ पर बेक़ाबू हालात पर केंद्र सरकार के हस्तक्षेप से नियंत्रण संभव है, पंद्रह से बीस दिनों के अंदर दिल्ली में दस हज़ार बेड का कोविड अस्पताल इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है। भाजपा प्रवक्ता ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से वर्तमान हालात पर संवेदनशील होने का आग्रह किया और प्रतिदिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से तैयारियों की समीक्षा करने का निवेदन किया।