देवघर।
देवघर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में पंचायत प्रशिक्षण केन्द्र, जसीडीह में जिला स्तरीय पोषण से संबंधित एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रशिक्षु आईएएस-सह-जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्री हेमन्त सत्ती, संबंधित विभाग के पदाधिकारी एवं विभिन्न पंचायतों के मुखिया आदि उपस्थित थे।
इस दौरान हर घर पोषण त्योहार की शुरुआत उपायुक्त द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया. उपायु्क्त द्वारा वहां उपस्थित लोगो को संबोेधित करते हुए कहा गया कि पोषण अभियान के तहत विभिन्न सप्ताहिक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, ताकि इसके माध्यम से अधिक-अधिक लोगो को जागरूक किया जा सकें। इसके तहत् सभी आंगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य उपकेन्द्र एवं पंचायत के सभी घरो में घर-घर जाकर लोगो को पोषण से संबंधित जानकारियां दिया जाना है. ताकि लोगो को जागरूक कर कुपोषण जैसी समस्या से निजात पाया जा सकें।
उन्होंने आगे कहा कि आप सभी अपने-अपने क्षेत्र में ग्रुप बनाकर ग्रामीणों को पोषण एवं कुपोषण के संबंध में जानकारी दें एवं उन्हें प्रेरित करें कि इस संबंध में वे अपने साथ-साथ दूसरो को भी जागरूक करें।
इसके अलावा उपायुक्त द्वारा कहा गया कि भूखमरी जैसी समस्या से निपटने हेतु सरकार द्वारा झारखण्ड आकस्मिक खाद्यान्न कोष का गठन किया गया है एवं पंचायत प्रतिनिधियों को ये जिम्मेवारी दी गयी है कि वे यह सुनिश्चित करें कि उनके क्षेत्र में भूखमरी से किसी भी व्यक्ति की मृत्यु न हो। यदि फिर भी ऐसा कोई मामला प्रकाश में आता है तो खाद्यान्न कोष से तुरंत राशि की निकासी कर उस व्यक्ति/परिवार की मदद की जाय। साथ हीं उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु समाप्ति के पश्चात बालू घाटों से बालू की उठाव की प्रक्रिया प्रारंभ होगी जिसमे पंचायतो को जिम्मेवारी दी गयी है कि इससे संबंधित सभी आवश्यक कार्य बारिश का मौसम खत्म होने से पूर्व कर लिया जाय, ताकि आगे चलकर किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
प्रशिक्षु आईएस -सह- जिला समाज कल्याण पदाधिकारी हेमन्त सत्ती ने कहा कि समाज के सभी लोग स्वस्थ रहें, इसके लिए आवश्यक है कि हम सभी अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहते हुए दूसरों को भी ऐसा करने हेतु प्रेरित करें। महात्मा गांधी जी ने जिस भारत की परिकल्पना की थी, उसे साकार करने हेतु देश वासियों को स्वस्थ होना आवश्यक है। जिस प्रकार गुलामी से देश को मुक्ति दिलाया गया, ठीक उसी प्रकार कुपोषण की बेड़ियों को तोड़कर देश को कुपोषण मुक्त करना है।
इस मौके पर उपस्थित लोगों को कुपोषण से मुक्ति अभियान के लिए एक शपथ भी दिलवायी गयी एवं ’’सही पोषण, देश रौशन’’ का नारा दिया गया।