गिरिडीह।
गिरिडीह पुलिस ने तकनीकी सेल की मदद से एक उलझा हुआ मामला सुलझा लिया है और इस तरह शहरी क्षेत्र में हुए एक चर्चित डेटोनेटर कांड का खुलासा हो गया।
असल में पिछले दिनों मकतपुर स्थित सिविल सर्जन रामरेखा प्रसाद के आवास से 9 पैकेट डेटोनेटर पुलिस ने जब्त किया था। इस मामले में बेहद नाटकीय अंदाज में सिविल सर्जन को फसाने के लिए एक अज्ञात शख्स ने पुलिस को फोन कर मामले की जानकारी दी थी। दरअसल, तफ्तीश में पता चला कि फोन करने वाला व्यक्ति ही कांड का साजिशकर्ता है।
इस बावत रविवार को पुलिस लाइन में एसपी सुरेन्द्र झा ने एक प्रेस वार्ता आयोजित कर बताया कि इस मामले में फर्जी दस्तावेज पर सिम कार्ड निर्गत करने वाला रिशभ जैन और साजिशकर्ता जितेंद्र तांती गिरफ्तार हो गया गया है। वही छोटू नामक एक आरोपी किसी अन्य कांड में पूर्व से ही जेल में है। प्रेस वार्ता में इन्होंने एक चौकाने वाला खुलासा किया। इस संबंध में बताया कि गिरफ्तार आरोपियों ने इस कांड का मास्टरमाइंड डॉ बी हेम्ब्रम को बताया है। इन्होंने कहा कि जो तथ्य सामने आए हैं उसके मुताबिक सिविल सर्जन को फसाने की साज़िश डॉ बी हेम्ब्रम ने रची थी। बताया गया कि सिविल सर्जन डॉ हेम्ब्रम की प्राइवेट क्लीनिक को गलत तरीके से चलाने में रोड़ा बने हुए हुए थे। इसी वजह से सीएस को फसाने के लिए डेटोनेटर कांड को अंजाम दिया गया था। इन्होंने कहा कि डॉ हेम्ब्रम से पूछ ताछ की जा रही है। मामले के पुष्टि होने पर उनपर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यहां इस प्रेस वार्ता में एसपी के आलावे डीएसपी व नगर थाना प्रभारी आदि मौजूद थे।