जामताड़ा:
गर्मी के इस मौसम में जामताड़ा के लक्ष्मीपुर गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा है.
200 परिवार की आबादी में मात्र एक कुआँ है,जिसका पानी ग्रामीण पिते हैं. ग्रामीण सुबह 3 बजे से पानी ईकट्ठा करने में लग जाते हैं। दरअसल,गांव में लगाए गए चापाकल खराब पड़े हुए हैं और ईसकी मरम्मती नहीं हो पा रही है। गांव में एक डाढ़ी को कुएं का रुप दिया गया है जिससे गांव वाले किसी तरह से पानी इकट्ठा करते हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि दो महीने पहले बनाया डाढ़ी भी घटिया निर्माण के चलते धस रहा है। नारायणपुर प्रखंड के लक्ष्मीपुर के ग्रामीणों ने इसके लिए अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदार ठहराया है। ऐसे में यहां के ग्रामीणों प्रशासनिक पदाधिकारियों पर आक्रोश है और ग्रामीणों ने मांग किया है कि लक्ष्मीपुर में जल संकट को देखते हुए घर से पानी उपलब्ध कराया जाए।