गोड्डा:
देश की सेवा के लिए तैनात गोड्डा के लाल श्रवण उरांव की मौत डोकलाम में ड्यूटी के दौरान हो गयी. जवान की मौत ड्यूटी पर हार्ट अटैक से हो गयी.
गोड्डा के ठाकुरगंगटी प्रखंड के कुरपट्टी गाँव के लाल श्रवण उराँव ने साल 2010 में भारतीय सेना के बिहार रेजिमेंट में योगदान दिया था. पिछले बुधवार को श्रवण की मौत ड्यूटी पर ही हो गयी थी. शुक्रवार को उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गाँव कुरपट्टी लाया गया.
पार्थिव शरीर के पहुँचते ही पूरा गाँव ग़मगीन हो गया. पूरा गाँव शहीद अमर रहे के नारों से गूंज उठा और सभी की आँखें नम हो गयी. क्या आम, क्या ख़ास सभी का ताँता लगा रहा ,रोते-बिलखते परिजनों को लोग नम आँखों से संतावना देते रहे. महगामा विधान सभा के विधायक अशोक भगत सहित तमाम आलाधिकारी सुबह से ही श्रवण के घर पर ही रहे.
शहीद के पार्थिव शरीर को रेजिमेंट के आये साथी जवानों, सेना के अधिकारी, विधायक, डीसी, एसडीएम समेत जिला के अधिकारिओं ने अंतिम सलामी दी.
सरकार की तरफ से उपायुक्त और विधायक ने जवान की विधवा निर्मला देवी को सहायता राशी दस लाख का चेक प्रदान किया.
बता दे कि घर में अकेले श्रवण उरांव कमाने वाले थे. जवान की दो छोटी बच्ची है. बुजुर्ग माता-पिता के साथ एक भाई है जो कॉलेज में पढ़ाई कर रहा है. वहीं, दूसरा भाई दिल्ली में दैनिक मजदूरी करता है.