मुंबई।
महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ते कोरोना मामलों (Maharashtra Corona Case) के बीच लोगों द्वारा मास्क न लगाने की लापरवाही को देखते हुए मध्य रेलवे (Railways) ने रीसाइक्लिंग डे पर एक बेहद ही अनोखी मुहिम शुरू की है, जिसे नाम दिया है प्लास्टिक लाओ मास्क पाओ।
इस मुहिम की शुरुआत मुम्बई के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनल, दादर, भायखला सहित कुछ प्रमुख स्टेशनों पर की गई है।
रीसाइक्लिंग डे के मौके पर रेलवे के मुहिम का उद्देश्य प्लास्टिक के कचरे को इकठ्ठा करके उसे रीसायकल करने के लिए लोगों में जागरूकता पैदा करना है।
इतना ही नहीं, इस मुहिम के जरिये उन लोगों को मास्क का महत्व भी समझाना है जो बढ़ते कोरोना मामलों के बाद भी गंभीर नही हो रहे हैं और बिना मास्क घूमकर लापरवाही कर खुद की जान को खतरे में डाल रहे हैं।
इस मुहिम के जरिये रेलवे की लोगों को यह भी बताने की कोशिश है कि कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए मास्क पहनना बेहद ही जरुरी है।
इस मुहिम के तहत रेलवे ने भीड़भाड़ वाले स्टेशनों पर स्टॉल्स लगाया है। कोई भी यात्री प्लास्टिक कचरे जैसे बोतलें, पॉलिथीन बैग सहित तमाम तरह के प्लास्टिक को जमाकर उसके बदले में मास्क पा सकता है।
रेलवे की इस मुहिम में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम, बीएमसी सहित कई अन्य संगठन भी शामिल हैं। रेलवे के आला अधिकारियों की मानें तो यह अभियान एक महीने तक जारी रहेगा और इस दौरान मध्य रेलवे के यात्री इसमें हिस्सा ले सकते हैं।